सभी जिलों के डीएम की रिपोर्ट के बाद कैबिनेट लेगी फैसला, कोचिंग इंस्टीट्यूट खोलने का फैसला भी तभी किया जायेगा।
देहरादून: उत्तराखण्ड (Uttarakhand) में अभी स्कूल नहीं खोले जायेगे। प्रदेश सरकार इस विषय पर एक हफ़्ते बाद फिर विचार करेगी। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने आज साफ़ कर दिया है कि उन्होंने सभी ज़िलों के डीएम को ज़मीनी स्तर जाँच कर एक हफ़्ते में रिपोर्ट देने को कहा है। सभी ज़िलों से डीएम की रिपोर्ट आने के बाद कैबिनेट इस पर विचार करेगी कि प्रदेश में स्कूल कब से खोलने हैं।
3 चरणों में खोलने का था प्रस्ताव
उत्तराखण्ड (Uttarakhand) के शिक्षा मंत्री ने बताया कि सभी ज़िलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे एक हफ्ते के अंदर पेरेंट्स एसोसिएशन और प्राइवेट स्कूल के डेलीगेट्स से बात करे और स्कूलों और ज़िले के हालात की ठीक से जाँच करने के बाद ही अपनी रिपोर्ट दें। इसके बाद ही सरकार फैसला लेगी कि किस तरह से बच्चों की पढ़ाई आगे करवाई जाएगी।
फिलहाल स्कूलों को 3 चरणों में खोलने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा था जिसमें पहले चरण में क्लास 9 से 12, दूसरे चरण में क्लास 6 से 8 और तीसरे चरण में एलकेजी से पांचवीं क्लास तक के बच्चों को स्कूल बुलाया जा सके। अब कोचिंग इंस्टीटूट को लेकर भी फैसला डीएम की रिपोर्ट आने के बाद ही होगा।
शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे पहले ही कह चुके हैं कि बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले है और किसी भी हालत में ऐसा फैसला नही जाएगा जो बच्चों की जान को मुश्किल में डाले। इसलिए ज़िले के हालात, स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की सलाह के बाद ही स्कूल खोलने पर फ़ैसला लिया जाएगा।
उत्तराखण्ड (Uttarakhand) के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों और सिर्फ टीचर्स को ही सादगी से कार्यक्रम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें बच्चो को शामिल नहीं किया जाएगा।