लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में फेफना कस्बे में पत्रकार रतन सिंह की हत्या मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक रतन सिंह के परिजनों को 10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान भी किया है।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री ने बलिया के पत्रकार रतन सिंह की हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया है. साथ ही शोक संतप्त परिवार के लिए 10 लाख रुपए आर्थिक मदद का भी ऐलान किया है।
Three prime accused arrested from the spot. Search for other accused is underway. Although the deceased was a journalist the incident does not involve anything related to journalism. It is completely about land dispute between the two parties: Subhash Chandra Dubey, DIG Azamgarh https://t.co/qWoRyy2II2 pic.twitter.com/YRb1IaEtJv
— ANI UP (@ANINewsUP) August 24, 2020
गौरतलब है कि सोमवार रात को फेफना कस्बे में आपसी रंजीश और जमीन विवाद में पत्रकार रतन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी अरविंद सिंह, दिनेश सिंह और सुनील सिंह समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। आगे की कार्रवाई जारी है।
पत्रकार की हत्या पर अब सियासत भी शुरू हो गई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर प्रदेश की कानून-व्यवस्था को लेकर हमला बोला. प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है।
यूपी के सीएम सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है।
प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम्
ये यूपी में केवल दो दिनों का अपराध का मीटर है। यूपी सरकार बार-बार अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालती है मगर अपराध चिंघाड़ते हुए प्रदेश की सड़कों पर तांडव कर रहा है। pic.twitter.com/vaN3J5wG2T
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2020
तो दूसरी तरफ बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी प्रदेश सरकार को घेरते हुए। प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये है।
उत्तर प्रदेश में सरकार की बदहाली का हाल ये है कि बात-बात पर रासुका, देशद्रोह व अन्य अति संगीन धाराओं के इस्तेमाल के बावजूद भी यहां अपराध कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं: मायावती, बसपा सुप्रीमो https://t.co/1Ytti1sMDY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2020
फ़िलहाल इस हत्याकांड को लेकर पत्रकारों में रोष साफ़ देखने को मिल रहा है। बीते तीन माह में तीन पत्रकारों की हत्या से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठना लाज़मी है। उधर इस मामले में योगी सरकार ने पुलिस के आलाकामन को सख्त और जल्द कार्यवाही के निर्देश दे दिए है।
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