लखनऊ: बीजेपी ने इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ (CM) को गोरखपुर सदर सीट (Gorakhpur Urban Assembly) से मैदान में उतारा है। ये बीजेपी की परंपरागत सीट है। वहीं नाम वापसी के बाद अब सीएम योगी के खिलाफ कुल 12 उम्मीदवार मैदान में हैं। समाजवादी पार्टी ने सीएम योगी के सामने बीजेपी के ही पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी शुभावती शुक्ला को उतारा है। वहीं बसपा ने ख्वाजा शमसुद्दीन और कांग्रेस ने चेतना पांडेय को मैदान में उतारा है। आजाद समाज पार्टी से चेंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) मे भी सीएम (CM) योगी खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। बुधवार को नाम वापसी में गोरखपुर की छह विधानसभा से सात उम्मीदवारों ने अपने नाम वापस लिए हैं ।
गोरखपुर सदर, कैम्पयरगंज और बांसगांव से कोई भी नाम वापस नहीं लिया गया है। जबकि सहजनवा से दो उम्मीवारों ने अपना नाम वापस लिया है। नामांकन के दौरान प्रमुख दलों के कुछ उम्मीदवारों ने अपने बेटे तो कुछ ने पत्नियों के नामांकन करवाए थे। सभी के नामांकन जांच में वैध भी पाए गए थे। एक ही घर के लोग आमने-सामने न आएं। इसके लिए अधिकतर ने पर्चा वापस ले लिया है। लेकिन गोरखपुर ग्रामीण से बसपा उम्मीदवार और उनकी पत्नी चुनावी मैदान में मौजूद हैं। नाम वापसी के बाद से अब गोरखपुर की सभी 9 विधानसभा सीटों पर 109 उम्मीदवार मैदान में हैं। जबकि कुल 159 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। इनमें से 32 पर्चे निरस्त कर दिए गए है।