गोपेश्वर: ऋषिगंगा में आई बाढ़ के एक साल से अधिक समय के बाद सोमवार को एनटीपीसी (NTPC) के तपोवन में जलविद्युत परियोजना स्थल पर एक सुरंग से एक और पीड़ित का शव बरामद किया गया। एक अधिकारी ने कहा कि शव तब मिला जब तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना में सुरंग के अंदर का मलबा हटाया जा रहा था।
उन्होंने कहा कि शव एनटीपीसी (NTPC) की सहायक कंपनी ऋत्विक के एक कर्मचारी रोहित भंडारी का है, जो उस समय सुरंग के अंदर काम कर रहा था, जब त्रासदी हुई थी। पिछले साल 7 फरवरी को हिमनदों के फटने से हुई आपदा के समय तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना स्थल पर कुल 140 लोग लापता हो गए थे।
अब तक 36 लोगों के शव मिल चुके हैं जबकि 104 अभी भी लापता हैं। 15 फरवरी को सुरंग में एक शव मिला था। इस त्रासदी में ऋषिगंगा जलविद्युत परियोजना पूरी तरह से ध्वस्त हो गई थी, जिसने तपोवन-विष्णुगढ़ जलविद्युत परियोजना को भी व्यापक नुकसान पहुंचाया था, जहां कई लोग काम पर थे जब हिमनद आपदा ने उन्हें अनजाने में पकड़ लिया।
रैनी में ऋषिगंगा परियोजना स्थल और तपोवन में तपोवन-विष्णुगढ़ परियोजना स्थल से कुल मिलाकर 200 से अधिक लोग त्रासदी में लापता हो गए थे। 80 से अधिक पीड़ितों के शव मिल चुके हैं, जबकि दर्जनों अभी भी लापता हैं।