नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को कहा कि हर राज्य भगवद गीता को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने के बारे में सोच सकता है, क्योंकि उन्होंने कहा कि पवित्र पुस्तक नैतिकता और नैतिकता सिखाती है। यह गुजरात सरकार द्वारा शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से कक्षा 6 से कक्षा 12 के छात्रों के लिए पाठ्यक्रम में भगवद गीता को पेश करने की घोषणा के बाद आया है। फैसले के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने संवाददाताओं से कहा, “भगवद् गीता हमें नैतिकता और नैतिकता सिखाती है। यह हमें समाज की भलाई के प्रति जिम्मेदारी दिखाता है। कई नैतिक कहानियां हैं जो हमारे छात्रों को प्रेरित कर सकती हैं। हर राज्य सरकार इस बारे में सोच सकती है।
Bhagwad Gita teaches us morality & ethics. It shows us the responsibility towards well being of society. Many moral stories are there that can inspire our students. Every state govt can think about that: Union min Pralhad Joshi on Guj govt’s decision to introduce Gita in schools pic.twitter.com/sqJOjovRxf
— ANI (@ANI) March 19, 2022