दिल्ली: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) आज वित्त वर्ष 2022-23 के लिए दिल्ली का बजट (Delhi Budget 2022) पेश कर रहे हैं। इस बजट को रोजगार बजट का नाम दिया गया है। दिल्ली के वित्त मंत्री सिसोदिया ने कहा कि इस बजट का मकसद आर्थिक कल्याण लाना है। हमने अगले पांच सालों में 20 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा है। इस बजट (Delhi Budget 2022) की मदद से उसकी रूपरेखा तय की गई है। उन्होंने कहा कि पिछले सात साल में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने 1.78 लाख युवाओं को रोजगार देने का काम किया है। साल 2013 में हम सत्ता में आए थे। उससे पहले 9 सालों तक एक भी रोजगार नहीं दिया गया था। 1.78 लाख सरकारी रोजगार में 51307 पक्की सरकारी नौकरी, यूनिवर्सिटी में 2500 रोजगार, हॉस्पिटल में 3000 रोजगार, गेस्ट टीचर के रूप में 25 हजार रोजगार, सैनिटेशन एंट सिक्यॉरिटी में 50 हजार रोजगार दिए गए हैं। अब दिल्ली में लोग सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटते, सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी आम लोगों के घरों के चक्कर काटते हैं। आइए बजट की 10 प्रमुख बातों को जानते हैं।
This year’s Budget is called ‘Rozgar Budget’!
We aim to create 20 Lakh New Jobs in Delhi, in the next 5 years.
-Dy CM @msisodia #DelhiBudget2022 pic.twitter.com/insg0mreXB
— AAP (@AamAadmiParty) March 26, 2022
- पिछले सात सालों में आम आदमी पार्टी की सरकार ने 1.78 लाख सरकारी नौकरी दी है। उससे पहले 9 सालों तक एक भी सरकारी नौकरी नहीं दी गई।
- 1.78 लाख सरकारी रोजगार में 51307 पक्की सरकारी नौकरी, यूनिवर्सिटी में 2500 रोजगार, हॉस्पिटल में 3000 रोजगार, गेस्ट टीचर के रूप में 25 हजार रोजगार, सैनिटेशन एंट सिक्यॉरिटी में 50 हजार रोजगार दिए गए हैं।
- 1.78 लाख सरकारी रोजगार के अलावा दिल्ली रोजगार पोर्टल की मदद से 10 लाख प्राइवेट रोजगार भी दिए गए हैं।
- अभी 56 लाख लोगों के पास नौकरी है। 5 साल बाद दिल्ली के कुल 76 लाख लोगों तक रोजगार पहुंचाने का लक्ष्य है। दिल्ली में ग्रीन जॉब्स क्रिएट किए जाएंगे। इसके तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल, सोलर एनर्जी, अर्बन फार्मिंग जैसी योजनाओं के प्रमोशन से ग्रीन टेक्नोलॉजी के लिए ग्रीन जॉब्स पैदा किए जाएंगे।
- पिछले सात सालों में दिल्ली का बजट ढ़ाई गुणा के करीब हो गया है। वित्त वर्ष 2022-23 का बजट 75800 करोड़ रुपए का है जो वित्त वर्ष 2014-15 में 30940 करोड़ रुपए का था ।