उदयपुर: कन्हैया लाल हत्याकांड में एक ताजा घटनाक्रम में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम शुक्रवार रात राजस्थान के उदयपुर में अपराध स्थल पर पहुंची और घटनास्थल और भागने के मार्ग का सत्यापन किया। मामले के मुख्य आरोपी रियाज अटारी और मोहम्मद गौस जब टीम के साथ थे तो उन्होंने इलाके की जांच की। खबरों के मुताबिक एनआईए की टीम शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे दोनों आरोपियों को लेकर उदयपुर पहुंची और उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए भागने के रास्ते की जांच की। विशेष रूप से, आरोपियों को उस दुकान पर नहीं ले जाया गया जहां उन्होंने हत्या को अंजाम दिया। एनआईए ने जहां इलाके की जांच की वहीं अटारी और गौस को कड़ी सुरक्षा के बीच भूपालपुरा थाने में रखा गया। हालांकि, स्थानीय लोगों को आरोपी की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद स्टेशन पर हंगामा मच गया।
एनआईए (NIA) के वरिष्ठ अधिकारी सुबह करीब 5:15 बजे थाने पहुंचे और उन्हें सत्यापन के लिए अलग-अलग वाहनों में ले गए। जांच के दौरान भागने का रास्ता देखा गया और आरोपियों के बयानों के आधार पर उनका सत्यापन किया गया। हालांकि दोनों आरोपियों को कन्हैया लाल की दुकान पर नहीं ले जाया गया। इसी साल 28 जून को अटारी और गौस ने धारदार हथियार से कन्हैया लाल का गला काट कर हत्या कर दी थी। घटना के चंद घंटे बाद ही उदयपुर पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले में अब तक कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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