बांदा: मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज मुख्तार अंसारी के बेटे विधायक अब्बास अंसारी को घंटों पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। जांच एजेंसी उससे बांदा जेल में पूछताछ कर रही थी। विधायक अब्बास अंसारी को अदालत में पेश किया जाएगा और ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगा। इससे पहले 21 अक्टूबर को ईडी ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की 1.48 करोड़ रुपये की सात संपत्तियां और संपत्ति कुर्क की थी। गिरफ्तारी से पहले अब्बास अंसारी से ईडी के प्रयागराज कार्यालय में नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई। यह उनके पिता और माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ मार्च 2021 में दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में था। ईडी पहले ही नवंबर 2021 में बांदा जेल में मुख्तार से पूछताछ कर चुकी है। मुख्तार के भाइयों बसपा सांसद अफजल अंसारी और सिबगतुल्लाह अंसारी से भी ईडी ने मई 2022 में पूछताछ की थी। मऊ सदर से एसबीएसपी विधायक अब्बास अंसारी जब से पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था, तब से वह फरार था। इस साल की शुरुआत में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भड़काऊ भाषण देने के लिए।
हाल ही में अब्बास ने 21 अक्टूबर को एक सांसद-विधायक अदालत के सामने आत्मसमर्पण किया था और अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर को विधायक अब्बास अंसारी को विधानसभा चुनाव के दौरान विवादित बयान देने के मामले में राहत दी थी। कोर्ट ने विशेष न्यायाधीश (एम.पी./एमएलए) कोर्ट/अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीनियर डिवीजन), मऊ द्वारा पारित आदेश पर रोक लगा दी, क्योंकि राज्य सरकार मामले में जवाबी हलफनामा दाखिल करने में विफल रही। जुलाई में मऊ पुलिस ने मुख्तार अंसारी की पत्नी अफसा अंसारी, विधायक बेटे अब्बास अंसारी और बहनोई को भगोड़ा घोषित किया था। मुख्तार अंसारी के गाजीपुर स्थित पैतृक आवास समेत चार जगहों पर पुलिस ने छापेमारी की। उसका परिवार फरार था।
यह भी पढ़े: खिलाड़ियों में बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा की भावना तो सामने आएंगी नई प्रतिभाएं: रेखा आर्या