देहरादून: उत्तराखंड पुलिस मंथन-समाधान एवं चुनौतियां के तहत आज को पुलिस लाइन देहरादून में अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में एक वर्टिकल इंटरैक्शन कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध कानून एवं व्यवस्था डॉ0 वी0 मुरुगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, एससीआरबी/महा समादेष्टा होमगार्ड व सिविल डिफेन्स – केवल खुराना, पुलिस उप महानिरीक्षक, प्रशिक्षण- बरिन्दरजीत सिंह सहित सभी जनपदों/पीएसी वाहिनियों एवं पुलिस विभाग की विभिन्न ईकाईयों के आरक्षी से पुलिस महानिरीक्षक स्तर के कुल 166 अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
अशोक कुमार ने कहा कि यह वर्टिकल इंटरैक्शन कार्यशाला जमीनी स्तर पर पुलिसिंग कर रहे जवानों (पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक, उप निरीक्षक, अपर उप निरीक्षक, मुख्य आरक्षी, आरक्षियों) से बेहतर पुलिसिंग हेतु उनके सुझाव लेने हेतु आयोजित की गयी है। साइबर क्राइम, ड्रग्स, ट्रैफिक की समस्या से निपटने हेतु पुलिस की कार्यप्रणाली में क्या सुधार की आवश्यकता है, इस पर मंथन किया जाएगा। साथ ही ऑपरेशनल कार्यक्षमता कैसे सुधारें, ऑपरेशनल कार्य करने के दौरान आ रही व्यवहारिक कठनाइयों, उसमें बदलाव की जरूरत, पुलिस कर्मियों के प्रशिक्षण, उनका कल्याण, कार्मिक सम्बन्धी मुद्दों, आदि पर बहुत ही गहरायी से मंथन किया जाएगा। कार्यशाला में प्राप्त समस्याओं एवं सुझावों को एकत्र कर पुलिस मुख्यालय को प्रेषित किया जाएगा, जिस पर मुख्यालय द्वारा मंथन कर कार्यवाही की जाएगी। शासन स्तर के मुद्दों के सम्बन्ध में शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जाएगा।
*पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा कार्यशाला में उपस्थित अधिकारयों/कर्मचारियों के साथ बैठकर कुछ मुद्दों पर तत्काल विचार-विमर्श कर निम्न निर्णय लिए गए-*
1. चीता मोबाइल मोटरसाइकलों को तेल की कमी नहीं होने दी जाएगी।
2. चौकियों को भी एक मोटर साइकिल प्रदान किये जाने की मांग की गयी।
3. महिला हल्पडेस्क एवं चीता मोबाइल को सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाएंगे। भविष्य में पुलिस चौकियों को भी सीयूजी मोबाइल नम्बर प्रदान किये जाने का प्रयास किया जाएगा।
4. पुराने निरीक्षकों, उप निरीक्षकों एवं आरक्षियों को ज्मबीेंअअल बनाया जाएगा। इस हेतु पुलिस लाइन व बटालियनों में उन्हें प्रशिक्षण कराया जाएगा, जिससे वे भी तकनीक का बखूबी इस्तमाल कर सकें।
5. विशेषज्ञ सेवानिवृत्त पुलिस उपाधीक्षक, निरीक्षक एवं उप निरीक्षकों की मानदेय पर विवेचना में सहायतार्थ सेवा ली जाएगी।
6. सभी जवनों में स्मार्ट बैरक्स को लेकर काफी खुशी है। इनसे उनके रहन सहन का स्तर उभरा है। स्माट बैरक्स की तर्ज पर अब थानें एवं चौकियों के शौचालयों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा।
7. पुलिस कर्मियों के वेलफेयर के तहत शुरू की गयी व्हाट्सएप पर छुट्टी हेतु आवेदन करने की व्यवस्था को अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा।
8. पुलिस कर्मियों द्वारा अपने या अपने परिवार के किसी सदस्य के जन्मदिन एवं सालगिराह पर आकस्मिक अवकाश हेतु अनुरोध किया जाता है, तो उन्हें तुरंत अवकाश दिया जाएगा।
9. पीएसी जहां पर स्थायी रूप से निवास कर रही है, वहां पर उनकी रहने के स्तर में सुधार हेतु सेनानायक 31वीं वाहिनी पीएसी की अध्यक्षता में कमेटी बनायी गयी है।
10. पब्लिक प्रेशर में निलंबित या लाइन हाजिर किये गये कर्मियों की प्राथमिकता के आधार पर 03 दिवस के भीतर जांच पूर्ण कर प्रकरण की समीक्षा की जाएगी।
11. पुलिस कर्मियों में तनाव मुक्ति हेतु उत्तराखण्ड पुलिस वाईव्स वेलफेयर एसोसिएशन (उपवा) के तत्वाधान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे।