लखनऊ: ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) को देखते हुए और प्रदेश (Mission Green UP) को हरियाली युक्त बनाने के लिए 22 जुलाई को पौधरोपण अभियान (Plantation Abihyan) की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। प्रदेश में इस बार 35 करोड़ पौधे रोपने का लक्ष्य है। इसमें से 30 करोड़ पौधे 22 जुलाई को और 5 करोड़ पौधे 15 अगस्त को रोपे जाएंगे। महाअभियान (Plantation Abihyan) के तहत पौधों पर करीब 3000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) बिजनौर और मुजफ्फरनगर से महाअभियान की शुरुआत करेंगे। 22 को सभी स्कूलों और कार्यालयों में आधे दिन काम होगा और आधे दिन पौधपोपण में हिस्सा लेंगे। ये जानकारी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना ने दी।
गुरुवार को वन विभाग मुख्यालय में पौधरोपण महाअभियान (Plantation Abihyan) की जानकारी देते हुए डॉ. सक्सेना ने बताया कि वर्ष 23-24 के मानसून सीजन में प्रदेश के 85 शासकीय विभागों और आमजनों के सहयोग से वन भूमि, सामुदायिक भूमि, अन्य राजकीय भूमि, कृषि व निजी भूमि पर पौधरोपण कराया जा रहा है। अभियान के तहत पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ और हर खेत पर मेड़-हर मेड़ पर पेड़ के जरिए लोगों को जोड़ा जा रहा है। चुनाव की तरह इस अभियान के लिए भी सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
उन्होंने बताया कि एक पौधे पर 67 से 100 रुपये का खर्च आएगा। यानी 35 करोड़ पौधे रोपने पर करीब 3000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने पौधों को सुरक्षित रखने के लिए पौधे उसी स्थान पर लगाने की अपील की, जहां उनकी देखभाल आसानी से की जा सके।
बच्चों के लिए पौध रोपण भंडारा
अपर मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण मनोज सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री 22 जुलाई को बिजनौर में विदुर कुटी और मुजफ्फरनगर में शुक्र तीर्थ से अभियान का आरंभ करेंगे। उन्होंने बताया कि स्कूलों में कक्षा 6 से कक्षा 8 तक के बच्चों का सहयोग प्राप्त कर बाल पौध रोपण भंडारा का आयोजन किया जाएगा। भंडारे में बच्चों को आम, अमरूद आदि की कलमें और पौध दी जाएंगी। इसे वह घर या स्कूलों में रोप सकेंगे। महाअभियान को सफल बनाने के लिए मंडलायुक्तों की अध्यक्षता में जिला वृक्षारोपण समिति की नियमित बैठकें हो रही हैं।
मनरेगा के तहत मिलेंगे 58 हजार रुपये
मंत्री ने बताया कि मनरेगा कार्ड धारक अपनी जमीन पर 200 पौधे लगाएंगे तो तीन साल में 58 हजार रुपये मिलेंगे। ये योजना वर्ष 2018 में लागू की गई थी, लेकिन अब इसे जोर शोर से प्रचारित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले छह साल में 131 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। प्रदेश में 80 हजार हेक्टेयर हरित क्षेत्र बढ़ा है। उन्होंने कहा कि मेड़ पर पेड़ लगाने वाले किसानों को पेड़ काटने में दिक्कत नहीं होगी क्योंकि इसकी आनलाइन अनुमति आसानी से दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस महाअभियान में शामिल होने के लिए सभी राजनीतिक दलों को निमंत्रण दिया जा रहा है।
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