देहरादून: उत्तराखंड में कोविड की वजह से कई बच्चों ने माता-पिता अथवा कमाऊ परिजनों को खो दिया है। सरकार की मंशा इन बच्चों की मदद करने की है। इस मसले पर विभिन्न छह विभागों के बीच तालमेल के अभाव के चलते मुख्यमंत्री की वात्सल्य योजना की घोषणा के 16 दिन बाद भी इसे मंजूरी नहीं मिल पाई है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने इस पर नाराजगी जताते हुए मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विभागों से सहयोग के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड की वजह से माता पिता को खो चुके बच्चों की मदद के लिए 22 मई को वात्सल्य योजना की घोषणा की थी, लेकिन सिस्टम की खामी के चलते शुरुआत में शासन-प्रशासन को इस तरह के बच्चे नहीं मिल पा रहे थे। वही अब विभागीय तालमेल की कमी की वजह से योजना की मंजूरी में देरी हो रही है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य के मुताबिक उनके विभाग की ओर से योजना का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है।
बच्चों को अब तक योजना का लाभ मिलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है। इस योजना को शुरू करने में जितनी देरी होगी अनाथ हो चुके बच्चों के हित उतने ही प्रभावित होंगे। मुख्य सचिव को कहा है कि योजना शीघ्र लागू की जा सके इसके लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्यवाही की जाए।
News Trendz आप सभी से अपील करता है कि कोरोना का टीका (Corona Vaccine) ज़रूर लगवाये, साथ ही कोविड नियमों का पालन अवश्य करे।
यह भी पढ़े: http://अगले दो दिन मैदानी और पहाड़ी इलाकों में बरसेगी आग, तापमान 37 डिग्री तक पहुंचने के आसार