देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थापना दिवस यानी 9 नवंबर से पहले उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता को लागू करने की बात कही है जिसको लेकर अब चर्चाएं तेज हो गई है। यूसीसी को लेकर मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती सामून कासमी का कहना है कि समान नागरिक संहिता प्रदेश में लागू होना बहुत जरूरी है क्योंकि यूसीसी सभी धर्मों के हित में है खासतौर पर उन्होंने मुस्लिम वर्ग के लिए कहा कि इसमें मुस्लिम वर्ग को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि नियम कायदे जो बने हैं वह सभी धर्मों के हित में बनाए जा रहे हैं साथ ही कासमी ने यह भी कहा कि किसी भी समाज या धर्मो में जो कुप्रथाएं हैं निश्चित रूप से वह हटनी चाहिए इसीलिए मुस्लिम धर्म में भी जो भी कुप्रथाएं जैसे तीन तलाक या एक से अधिक शादियां करना इस तरह की प्रथाएं हटाना बहुत जरूरी था और निश्चित रूप से सम्मान नागरिक संहिता लागू होने से सभी धर्म को इसका फायदा मिलेगा।क्योंकि कांग्रेस ने आज तक मुसलमानों का बोट लेना सीखा है उनके हित की बात कभी नहीं की जोकि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।