- मुख्यमंत्री के निर्देश पर थराली में निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले में तीन अभियंताओं को किया गया निलंबित।
- मुख्यमंत्री का सख्त संदेश, काम में लापरवाही पर दंड भुगतने के लिए तैयार रहें अधिकारी और कर्मचारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जनपद चमोली के थराली में निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए लोक निर्माण विभाग के 3 अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है।
थाना थराली तहसील के ढाढरबगड़ में लगभग 60 मीटर लंबा बेली ब्रिज निर्माणाधीन है। इस बेली ब्रिज की लागत 2.80 करोड़ों रुपये थी। पुल के टूटने से रतगांव की 4000 से अधिक आबादी का मुख्य मार्ग से संपर्क कट गया है। बताया जा रहा है कि निर्माणाधीन बैली ब्रिज से ठेकेदार के श्रमिकों ने रस्से और सपोर्ट एक साथ हटा दिए। इसकी वजह से पुल भार नहीं सह सका और टूटकर गदेरे में जा गिरा। डूंगरी- रतगांव मार्ग पर घटगाड़ में इस 60 मीटर लंबे बैली ब्रिज को बनाने की स्वीकृति शासन ने वर्ष 2024 में दी थी।
बरसात से पहले पुल निर्माण की मांग
लोक निर्माण विभाग ने 2 महीने पहले ही इस बेली ब्रिज का निर्माण शुरू किया था और लगभग यह काम पूरा हो गया था, लेकिन विभागीय लापरवाही के चलते यह पल ढह गया और टूट कर गधेरे में जा गिरा। गनीमत यह रही कि इस दौरान पुल पर कोई नहीं था अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। स्थानीय लोगों ने पहले ब्रिज निर्माण की जांच की मांग के साथ ही बरसात से पहले पुल निर्माण करने की मांग की है।
इस प्रकरण पर सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडे द्वारा थराली में क्षतिग्रस्त हुए पुल प्रकरण पर लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पारदर्शी और जवाबदेह शासन की दिशा में ठोस और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश है कि राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाए और प्रशासन में जवाबदेही सुनिश्चित की जाये। हाल के महीनों में सरकार ने यह दिखा भी दिया है कि भ्रष्टाचार के साथ ही अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने पर किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी जायेगी।