देहरादून: उत्तराखंड राज्य के लोकपर्व हरेला -2025 के अवसर पर वन मंत्री सुबोध उनियाल उत्तराखंड सरकार ने सभी प्रदेशवासियों को हमारी समृद्ध लोक-संस्कृति, पर्यावरण तथा प्रकृति संरक्षण व हरियाली के प्रतीक हरेला- 2025 की बधाई व हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “पर्यावरण संरक्षण” एवं “हरित भारत” जैसे संकल्पों से प्रेरित होकर, इस वर्ष हरेला पर्व 2025 से प्रारम्भ कर, बदलती भौगोलिक परिस्थितियों एवं ग्लोबल वार्मिंग जैसे वैश्विक मुद्दों को दृष्टिगत रखते हुए, राज्य के वन विभाग के माध्यम से एक करोड़ वृक्षों के रोपण का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत हरेला पर्व के दिन 5.00 लाख पोंधे प्रदेश में रोपण का लक्ष्य रखा गया था।
मंत्री द्वारा हरेला पर्व की इस वर्ष की विषयवस्तु- ‘हरेला का त्योहार मनाओ, धरती मां का ऋण चुकाओ’, – एक पेड़ मां के नाम” के अनुरूप सभी प्रदेशवासियों से सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहयोग का आह्वान किया गया।
इस परिप्रेक्ष्य में यह भी कहा कि- वृक्ष लगाना ही हमारा दायित्व नहीं है — हमारी सच्ची जिम्मेदारी तब पूरी होगी, जब हम लगाए गए प्रत्येक वृक्ष की देख-रेख भी सुनिश्चित करेंगे। इसी उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है कि जीआईएस (Geographic Information System) तकनीक के माध्यम से वृक्षों की निगरानी एवं संरक्षण का कार्य भी किया जाय।
इस नवाचार से वृक्षारोपण का सर्वाइवल रेट (जीवित रहने की दर) बढ़ेगा तथा हम पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति अपनी सक्रिय भूमिका निभा सकेंगे।
वन मंत्री सुबोध उनियाल ने इस हरेला पर्व के अवसर ‘पौधे लगाने के साथ उन्हें संरक्षित करने का भी सामूहिक संकल्प लेने की अपील प्रदेश के आम जन-मानस से की, ताकि आने वाली पीढ़ियों को एक स्वस्थ, हरित एवं संतुलित पर्यावरण प्राप्त हो सके।