हिसार: गणेश की मौत का मामला तूल पकड़ चुका है. 10 दिन से गणेश के परिजन इंसाफ की मांग को लेकर सामान्य अस्पताल में धरने पर बैठे हैं. परिजनों ने तो गणेश के पोस्टमार्टम से भी इंकार कर दिया था, लेकिन पुलिस ने तहसीलदार की मदद से गणेश का पोस्टमार्टम कराया, लेकिन अब परिवार के लोगों ने गणेश के शव को लेने से मना कर दिया है. धरने पर बैठे परिजनों और लोगों ने गणेश के अंतिम संस्कार के लिए तीन दिन का समय मांगा है.
हिसार पुलिस ने जारी किया सीसीटीवी फुटेज: भगत सिंह नगर के 12 क्वार्टर एरिया में जन्मदिन पार्टी के दौरान हुए बवाल का हिसार पुलिस ने CCTV फुटेज जारी किया है. ये घटना 10 दिन पुरानी है, लेकिन पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज अब जारी की है. इतनी देर से फुटेज जारी करने की वजह सामने नहीं आई है. पुलिस ने जो वीडियो जारी की है. उसमें दिख रहा है कि रात के समय गली में डीजे की तेज आवाज में युवक नाच रहे थे. जिसे पुलिस बंद करवाने पहुंची थी.
गली में डीजे का आयोजन: फुटेज में गणेश अपने दोस्तों के साथ छत पर शराब पीता नजर आ रहा है. इसके बाद गणेश और उसके साथी शुभम, आकाश सहित अन्य लोग गली में खाट बिछाकर आराम करते हैं. फिर डीजे मंगवा कर डांस करते हैं.
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार: मृतक के परिवार और स्थानीय दलित संगठनों ने गणेश के शव को लेने से इनकार कर दिया. अस्पताल के बाहर धरना-प्रदर्शन जारी है और मांग की जा रही है कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की धाराओं में FIR दर्ज की जाए. इसके साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की जा रही है.
प्रशासन की कार्रवाई: विवाद के बढ़ते दबाव के बीच प्रशासन ने ‘हरियाणा शव सम्मान निपटान अधिनियम’ के तहत परिजनों को नोटिस थमा दिया, जिसमें 12 घंटे के भीतर शव लेने का आदेश दिया गया. परिजनों ने इस नोटिस को लेने से इनकार कर दिया, जिसके बाद प्रशासन ने नोटिस घर पर चस्पा कर दिया.
महापंचायत की चेतावनी: गुरुवार को हिसार में एक महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें दलित समाज के प्रतिनिधियों के साथ-साथ कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने भाग लिया. पंचायत में चेतावनी दी गई कि यदि प्रशासन जबरन अंतिम संस्कार करता है, तो मुख्यमंत्री की शव यात्रा निकाली जाएगी.
राजनीतिक प्रतिक्रिया: कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सांसद कुमारी सैलजा ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने न सिर्फ युवक की हत्या की, बल्कि घटना के सबूत भी मिटाए. उन्होंने DVR हटाए जाने और महिलाओं पर अत्याचार की जांच की मांग की.
नेताओं का समर्थन: धरने को समर्थन देने के लिए कई बड़े नेता पहुंच चुके हैं. कांग्रेस सांसद जयप्रकाश, सांसद कुमारी सैलजा, विधायक चंद्रप्रकाश, विधायक नरेश सेलवाल और इसराना के पूर्व विधायक धरना स्थल पर जाकर परिजनों को समर्थन दे चुके हैं. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी धरने में शामिल होने वाले हैं.
कानूनी लड़ाई और जन आक्रोश: परिजनों ने इस मामले में हाई कोर्ट का रुख किया है और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. धरने पर बैठे लोग और समुदाय न्याय की मांग कर रहे हैं. इस घटना ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया है, और लोग इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं