उत्तराखंड में नए जिलों व गैरसैंण स्थायी राजधानी को उक्रांद ने भरी हुंकार, आंदोलन की तैयारी

उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने नए जिलों के गठन और गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी का आरोप है कि सरकार इन मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है,

इसलिए आंदोलन ही एकमात्र विकल्प है। उक्रांद जल्द ही आंदोलन की रणनीति का ऐलान करेगा और सरकार पर दबाव बनाएगा।

  • उपमंडल मुख्यालय कूच कर दिया ज्ञापन, चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी
  • राज्य स्थापना दिवस पर मूल निवास व भूकानून को भी धरातल पर उतारने की वकालत
  •  आज शाम को उक्रांद व रानीखेत विकास संघर्ष समिति के बैनर तले मशाल जुलूस

रानीखेत:  राज्य स्थापना की वर्षगांठ से पूर्व उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने रानीखेत समेत चार नए जिलों के गठन को मोर्चाबंदी तेज कर दी है। 14 वर्ष पूर्व घोषणा के अब तक मूर्तरूप न लेने को छलावा करार देते हुए उक्रांद नेताओं ने जनभावनाओं के अनुरूप गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाए जाने की भी पुरजोर वकालत की है।

साथ ही राज्य स्थापना दिवस पर इसकी विधिवत घोषणा पर जोर दिया है। आज शाम को उक्रांद व रानीखेत विकास संघर्ष समिति के बैनर तले मशाल जुलूस निकाला जा रहा है।

उक्रांद कार्यकर्ता संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। उन्होंन कहा कि 2011 में तत्कालीन भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने रानीखेत समेत चार नए जिलों की घोषणा की थी। मगर अब तक गठन नहीं हो सका है।

उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार दीपिका आर्या को देते हुए मूल निवास, भूकानून को भी धरातल पर उतारे जाने की मांग उठाते हुए जनांदोलन की चेतावनी दी।

इस दौरान वरिष्ठ नेता शिवराज सिंह मेहरा, राजेंद्र सिंह रौतेला, प्रदेश मीडिया प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बजेठा, केंद्रीय संगठन मंत्री कुंदन सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।