पटना: भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों में बिहार के पुनौरा धाम सीतामढ़ी का एक विशेष स्थान है. पुनौरा धाम जिसे मां सीता की जन्मस्थली माना जाता है. अब भारत के धार्मिक मानचित्र पर एक नए रूप में उभरने जा रहा है. अयोध्या की तरह यहां भी मां जानकी के लिए भव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है जो जनआस्था और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बनेगा.
सीतामढ़ी में बनेगा जानकी मंदिर: बिहार की सांस्कृतिक पहचान और धार्मिक आस्था का प्रतीक बनने जा रहे पुनौरा धाम जानकी मंदिर का सपना अब साकार होने के करीब है. वर्षों से उपेक्षित रहे इस पवित्र स्थल को अब भव्यता और गौरव का रूप देने की ऐतिहासिक पहल शुरू हुई है. जिस प्रकार अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर राष्ट्र की आस्था का प्रतीक बन रहा है. उसी प्रकार अब मां जानकी के नाम पर भी एक भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण की योजना को बिहार सरकार ने हरी झंडी दे दी है.
नीतीश कुमार ने मंदिर का डिजायन किया शेयर: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में मां जानकी मंदिर के डिजाइन और ट्रस्ट गठन की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से साझा की है. साथ ही मंदिर के प्रस्तावित स्वरूप की तस्वीरें भी सार्वजनिक कर दी गई हैं जिससे लोगों में उत्साह की लहर दौड़ गई है.
चुनाव से पहले होगा निर्माण: विधानसभा चुनाव से पहले ही निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. यह मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि बिहार की गौरवशाली विरासत को फिर से जीवंत करने का प्रयास है.
धरतीपुत्री मां सीता : अयोध्या से 400 किलोमीटर दूर सीतामढ़ी में मां सीता का जन्म हुआ था. पुरानी मान्यताओं के मुताबिक बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में मां जानकी की जन्मभूमि है. जिसे पुनौरा धाम के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि माता सीता का जन्म इसी स्थान पर हुआ था.
जानकी मंदिर से उत्तर बिहार के लोगों को साधने की तैयारी: विधानसभा चुनाव में सीतामढ़ी के पुनौरा धाम में मां जानकी के मंदिर का निर्माण शुरू कर बीजेपी और एनडीए एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश कर रही है. खासकर मिथिलांचल और उत्तर बिहार के लोगों को साधने की तैयारी है.