पटना: एक दिन पहले फेसबुक पर अपने 12 वर्ष पुराने रिलेशनशिप को सार्वजनिक कर लालू परिवार की किरकिरी कराने वाले पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव को राजद से छह वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया गया है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने रविवार को एक्स हैंडल पर पोस्ट कर इसकी घोषणा की। पार्टी के साथ परिवार से भी उन्होंने तेजप्रताप को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उन्होंने लिखा है कि पारिवारिक मामलों में भी अब तेजप्रताप की कोई भूमिका नहीं होगी। लालू के बड़े पुत्र तेजप्रताप अभी हसनपुर से विधायक हैं और इन दिनों मालदीव की सैर कर रहे। इस बीच फेसबुक अकाउंट से कथित गर्लफ्रेंड के साथ उनकी तस्वीर सार्वजनिक हुईं। हालांकि, बाद में वह पोस्ट डिलीट भी हुई और एक्स हैंडल पर तेजप्रताप ने अपने फेसबुक अकाउंट को हैक किए जाने की शिकायत की, लेकिन तब तक पार्टी और परिवार की भद पिट चुकी थी। सूत्र बताते हैं कि छवि बचाने की जुगत में तेजस्वी यादव ने दबाव बनाया और लालू ने निष्कासन की घोषणा कर दी। बहरहाल यह कार्रवाई बता रही कि तेजप्रताप के सार्वजनिक हुए प्रेम-प्रसंग को लालू परिवार सही मामला मान रहा। वर्ष 2018 में तेजप्रताप का विवाह पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पौत्री व पूर्व मंत्री चंद्रिका राय की पुत्री ऐश्वर्या से हुआ था। कुछ माह बाद ही तलाक की नौबत बन आई। मामला अभी पारिवारिक न्यायालय में है।
प्रतिक्रिया में तेजस्वी का कहना है कि बालिग होने के कारण तेजप्रताप व्यक्तिगत जीवन के निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन इस तरह की हरकत को वे न तो पसंद करते हैं और न ही बर्दाश्त करेंगे। तेजप्रताप की पिछली हरकतों का हवाला देते हुए राजद के सूत्र बता रहे कि किसी भी तरह के विवाद से बचने के लिए कार्रवाई लालू के स्तर से हुई है। अगर प्रदेश अध्यक्ष या पार्टी के किसी दूसरे सक्षम पदाधिकारी के स्तर से कार्रवाई होती तो तेजप्रताप के पीले पड़ने की आशंका थी। फिर भी इंटरनेट मीडिया पर उनके कथित समर्थकों द्वारा भड़काऊ पोस्ट किए जा रहे। इससे आशंका जताई जा रही कि मालदीव से लौटने पर तेजप्रताप शायद ही खामोश रहें। इसका एक महत्वपूर्ण कारण उनका राजनीतिक करियर भी होगा। वे दो बार विधायक चुने गए हैं, लेकिन विधानसभा क्षेत्र बदलकर।