पंचकूला: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी सोमवार को पंचकूला में आयोजित अखिल भारतीय महापौर कार्यकारी परिषद की 115वीं बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि फरीदाबाद और करनाल को स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा. साथ ही उन्होंने इंदौर के स्वच्छता रैंकिंग की भी सराहना की. साथ ही कहा कि प्रदेश के मेयर और पार्षदों को इंदौर जाकर योजनाओं और मॉडल का अध्ययन करना चाहिए, ताकि हरियाणा के शहरों में भी उसी प्रकार के मॉडल लागू किए जा सकें.
महापौर विकास और प्रगति के सारथी: सीएम सैनी ने बैठक के दौरान कहा, “महापौर अपने-अपने शहरों के प्रथम नागरिक होने के साथ वहां के विकास और प्रगति के प्रत्यक्ष सारथी भी हैं. महापौर सरकार की नीतियों और योजनाओं को धरातल पर उतारते हैं, नागरिकों की आकांक्षाओं को समझकर उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं. स्थानीय स्वशासन की परिकल्पना में महापौर रीढ़ के समान हैं. हरियाणा में महापौर को जनता सीधे चुनती है, जिनके पास कार्यकारी शक्तियां होती हैं. यह व्यवस्था नागरिकों और जन-प्रतिनिधियों के बीच मजबूत सेतु बनाते हुए निर्णय प्रक्रिया को अधिक जवाबदेह व प्रभावी बनाती है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर अग्रसर है.ऐसे में शहरों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गई है. शहर आर्थिक विकास के इंजन, नवाचार के केंद्र और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के संगम हैं.”
फरीदाबाद और करनाल को बनाया जाएगा स्मार्ट सिटी: सीएम सैनी ने कहा, “हरियाणा में शहरी स्थानीय निकायों को विकास कार्यों के लिए 2014-15 में 1693 करोड़ रुपये की राशि दी गई थी. इसे 2025-26 में बढ़ाकर 5666 करोड़ रुपये कर दिया गया है. चार मेट्रोपोलिटन विकास प्राधिकरण बनाए गए हैं. फरीदाबाद और करनाल को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है. इसके तहत फरीदाबाद में 930 करोड़ रुपये की लागत से 45 परियोजनाएं और करनाल में 927 करोड़ रुपये की लागत से 122 परियोजनाओं पर काम चल रहा है. अब तक 2147 अवैध कॉलोनियों को नियमित किया गया है. नई अधिकृत कॉलोनियों में एक हजार करोड़ रुपए से विकास कार्य करवाए जा रहे हैं.”
2026 तक 450 बसें खरीदी जाएंगी: मुख्यमंत्री ने कहा, “अमृत मिशन के तहत अब तक 2930 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. 375 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लक्ष्य में से 9 शहरों में 50 बसें चलाई जा चुकी हैं. साथ ही प्रधानमंत्री ई-बस सेवा योजना के तहत 2026 तक 450 बसें खरीदी जाएंगी. प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत 21,431 मकान बनाए जा चुके हैं और 11,412 मकान निर्माणाधीन हैं. मुख्यमंत्री शहरी आवास योजना के तहत 14 शहरों में 15,256 परिवारों को प्लॉट दिए जा चुके हैं.”
हरियाणा के लिए अर्बनाइजेशन अवसर: CM ने आगे कहा, “आज हम अर्बनाइजेशन को चुनौती नहीं देते बल्कि अवसर मानते हैं. भाजपा का विजन है कि शहर ‘ईज ऑफ लिविंग’ और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ का संगम बनें. शहरों को केवल इमारतों और सड़कों का ढांचा नहीं बनाना है, बल्कि उन्हें जीवंत, संवेदनशील और आत्मनिर्भर भी बनाना है. साल 2047 तक भारत की लगभग 900 मिलियन आबादी शहरों में निवास करेगी. यह केवल संख्या नहीं है, बल्कि नए अवसरों, नए इन्फ्रास्ट्रक्चर और नई जीवनशैली की बड़ी संभावना है. इस परिवर्तन को सुनियोजित शहरीकरण, डिजिटल एकीकरण और पर्यावरण संरक्षण के साथ अपनाना है.”
“यह बैठक पिछले अनुभवों की समीक्षा, नई चुनौतियों पर चर्चा और मेयर निकायों को मजबूत करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी. उसभी महापौरों से आह्वान है कि वे अपने शहर को ब्रांड बनाएं, उसे विशिष्ट पहचान दें और इस मिशन में भागीदार बनें. हमें विश्वास है कि परिषद की यह बैठक सार्थक चर्चा और नए संकल्पों के साथ समाप्त होगी. सभी प्रतिनिधि अपने-अपने शहरों में सकारात्मक बदलाव के वाहक बनेंगे.”– नायब सिंह सैनी, हरियाणा
इंदौर मॉडल की सराहना और प्रेरणा: मुख्यमंत्री ने इंदौर की स्वच्छता रैंकिंग की सराहना करते हुए कहा कि मेयर और पार्षदों को इंदौर जाकर योजनाओं और मॉडल का अध्ययन करना चाहिए, ताकि हरियाणा के शहरों में भी उसी प्रकार के मॉडल लागू किए जा सकें. साथ ही सीएम ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन और शौचालय निर्माण जैसी योजनाओं की सफलता में महापौरों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इन योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य महापौरों द्वारा ही होता है.
“महापौरों को अधिक जिम्मेदारी से काम करना होगा”: सीएम ने कहा, “देश ने पिछले 11 सालों में अद्वितीय प्रगति की है. साल 2014 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली थी, तब भारत की अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी, लेकिन आज 2025 तक चौथी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित है. साल 2029 तक तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति बन जाएगा. प्रधानमंत्री का साल 2047 से पहले भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प निश्चित रूप से साकार होगा. भाजपा सरकार ने महापौर और अध्यक्ष के चुनाव सीधे करवा कर उनकी प्रतिष्ठा और विकास की गति को बढ़ाने का कार्य किया है. अंत्योदय की भावना के अनुरूप अंतिम व्यक्ति तक विकास की योजनाओं का लाभ पहुंचे, इसके लिए सभी महापौरों को और अधिक जिम्मेदारी से काम करना होगा.”
सीएम ने इस काम की सराहना की: इसके अलावा मुख्यमंत्री ने घर-घर कचरा संग्रहण, सामुदायिक कंपोस्टिंग और बायोगैस संयंत्रों के माध्यम से ठोस अपशिष्ट प्रबंधन में हरियाणा द्वारा सराहनीय कार्य किया जाना बताया. नागरिकों को शहरी सेवाएं आसानी से मिलें, इसके लिए प्रत्येक प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाया.
बैंठक में ये रहे शामिल: इस बैठक में सीएम सैनी सहित राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, कालका से विधायक शक्ति रानी शर्मा, ऑल इंडिया मेयर काउंसिल की अध्यक्ष माधुरी अतुल पटेल, ऑल इंडिया मेयर काउंसिल के ऑर्गेनाइजिंग जनरल सेक्रेटरी एवं मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री उमाशंकर शामिल थे. साथ ही ऑल इंडिया मेयर काउंसिल की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, यमुनानगर से मेयर सुमन बहमनी, रोहतक से रामअवतार, सोनीपत से राजीव जैन, अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव सहित अन्य राज्यों के मेयर उपस्थित रहे.