पंचकूला: हरियाणा पुलिस की साइबर शाखा ने साइबर ठगी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने खुलासा किया कि करनाल में कोटक महिंद्रा बैंक की एक शाखा में फर्जी करंट खाता खोला गया था. जिससे करोड़ों रुपये की ठगी हुई. ये खाता फल-सब्जी के व्यापार के नाम पर खोला गया था. जिसका सालाना टर्न ओवर 20 लाख रुपये दर्शाया गया, लेकिन इस बैंक खाते में महज छह महीने में 5.70 करोड़ रुपये का संदिग्ध लेन-देन सामने आया है. पुलिस ने आरोपी पुलकित भारद्वाज सहित अन्य आरोपियों पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
ऐसे हुआ खुलासा: साइबर अपराधों पर लगाम कसने के लिए डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने विशेष टीमें गठित की है. गुप्त सूचना मिलने पर पुलिस की एक टीम ने करनाल के निजी बैंक की शाखा की जांच की. करनाल के संत नगर निवासी पुलकित भारद्वाज का खाता जब चेक किया गया तो, उसने फल-सब्जी व्यापार का हवाला देते हुए वार्षिक टर्नओवर 20 लाख रुपये दिखाया, लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग निकली. जांच में सामने आया कि नवंबर 2024 से मई 2025 के बीच इस खाते से 5,70,48,200 रुपये जमा और 5,70,44,822 रुपये की निकाले गए. इस खाते में वर्तमान में केवल 3377 रुपये ही शेष हैं.
फर्जी पते और कारोबार की आड़: जांच में पुलिस ने पाया कि खाता खोलने के लिए दर्शाए गए कमर्शियल एरिया का पता वास्तविकता में रिहायशी क्षेत्र था. मौके पर जांच करने पर वहां कोई फल-सब्जी की दुकान, गोदाम, होर्डिंग या नेमप्लेट नहीं मिली, जिससे स्पष्ट हुआ कि ये खाता केवल साइबर ठगी के पैसों को घुमाने के लिए खोला गया था.
देशभर से 14 शिकायतें: इस खाते के खिलाफ अब तक 14 शिकायतें एनसीआरपी (नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल) पर दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें से एक शिकायत हरियाणा से संबंधित है. इससे पता लगा कि ये खाता राष्ट्रीय स्तर पर चल रही साइबर ठगी की चेन का हिस्सा था. इस मामले में पुलकित भारद्वाज और अन्य सह-आरोपियों के खिलाफ 16.09.2025 को थाना साइबर क्राइम, करनाल में बीएनएस की धारा 318(4) के तहत केस दर्ज किया गया. पुलिस फिलहाल लेन-देन की पूरी ट्रेल खंगालने सहित जांच कर रही है कि इतने बड़े स्तर पर पैसों की हेराफेरी किन-किन खातों में की गई. आरोपी की तलाश जारी है.
91 संदिग्ध बैंक शाखाएं राडार पर: हरियाणा पुलिस ने बताया कि “राज्य में अब तक 91 बैंक शाखाएं संदिग्ध पाई गई हैं, जहां साइबर अपराधी फर्जी खाते खोलकर ठगी का पैसा घुमाते रहे हैं. पुलिस लगातार इन खातों की पहचान कर रही है और बैंकों को भी खाता खोलते समय नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं.”
इन बातों का ध्यान रखें: साइबर पुलिस ने आमजन को सचेत करते हुए कहा है कि “किसी भी अनजान खाते में पैसा जमा न करें, संदिग्ध कॉल, मैसेज या लिंक पर भरोसा न करें. यदि कोई व्यक्ति छोटे कारोबार का हवाला देकर बड़ा लेन-देन करता दिखाई दे तो उसकी सूचना तुरंत बैंक या पुलिस को दें. किसी भी साइबर धोखाधड़ी की स्थिति में तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें. फर्जी बैंक खातों पर शिकंजा कसने के लिए विशेष टीमें सक्रिय हैं और नियमित तौर पर अपराधियों की धरपकड़ कर रही हैं.”
