यमुनानगर: मानसून ने रविवार को पूरे देश में दस्तक दे दी है. पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बारिश से मैदानी इलाकों में भी तबाही जैसा मंजर है. हरियाणा के यमुनानगर में बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. साढौरा कस्बे में नकटी नदी उफान पर है. जिसकी वजह से पूरा इलाका जलमग्न हो गया है. कई फीट तक सड़कों पर पानी जमा हो गया है. जिसके कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है.
नकटी नदी का रौद्र रूप: यमुनानगर जिले का साढोरा इलाका इस वक्त पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही तेज बारिश का सीधा असर यमुनानगर पर पड़ रहा है. साढौरा में नकटी नदी ने रौद्र रूप ले लिया है. इन दिनों नकटी नदी अपनी क्षमता से ज्यादा बह रही है. ओवरफ्लो पानी ने पूरे इलाके को जलमग्न कर दिया है. सड़कों पर कई फीट तक पानी जमा हो गया है. लोगों के घरों में पानी घुस गया है. लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीण परेशान: वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि नकटी नदी पर अवैध कब्जा और खुदाई न होने की वजह से यह पानी घरों तक पहुंचा है. अगर प्रशासन ने नकटी नदी की खुदाई की गहराई पुल तक की होती तो इस तरह की परेशानी उत्पन्न न होती. इसके अलावा, ग्रामीणों ने कहा कि ‘कुछ लोगों ने अवैध कब्जा किया हुआ है. झोपड़ियां और तिरपाल के घर बनाए हुए हैं. जिसकी वजह से परेशानी झेलनी पड़ती है. ऐसा आलम पहली बार नहीं है, हर साल नकटी नदी का रौद्र रूप देखने को मिलता है. लोगों को हर साल परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन प्रशासन सिर्फ हवा-हवाई दावे करता है, लोगों को झूठा आश्वासन दिया जाता है’.
बारिश से आफत: बता दें कि तेज बारिश से यमुनानगर में बाढ़ जैसे हालत हैं, कई एकड़ फसल जलमग्न हो गये हैं. जिसका सीधा असर मैदानी इलाकों पर भी पड़ रहा है. यमुनानगर में तेज बारिश की वजह से सोमनदी ओवरफ्लो हो गई। इस कारण पानी सड़क पर आ गया. हिमाचल में इन दिनों मौसम का रेड अलर्ट जारी किया गया है. कई हिस्सों में भारी बारिश से पहाड़ दरक रहे हैं. प्रशासन की ओर से आमजन को नदी नालों से दूर रहने की सलाह दी गई है. भारी बारिश के चलते डेंगू का खतरा भी मंडराने लगा है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर-घर जाकर डेंगू मरीजों की जांच की जा रही है. यमुनानगर में अब तक 5 केस मिल चुके हैं.