देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के नाक कान गला रोग विभाग के डॉक्टरों ने पॉच वर्षीय बच्चे की श्वास नली में फंसी सीटी को निकालकर बच्चे को नया जीवन दिया। श्वास नली में सीटी फंसने के कारण बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। ऑपरेशन के बाद बच्चा बिल्कुल ठीक है व बच्चे को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। यह जानकारी नाक कान गला रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अपूर्वा कुमार पाण्डे ने दी। डॉ अपूर्वा पाण्डे ने बताया कि एक पॉच वर्षीय बच्चे केे परिजन बच्चे को श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में उपचार के लिए लेकर आए। बच्चे के पिता ने जानकारी दी कि खेल खेल में बच्चे ने सीटी को निगल लिया। उन्होंने बताया कि वह उत्तराखण्ड के कई अन्य बड़े अस्पतालों में उपचार के लिए गए लेकिन बच्चे की समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसके बाद वह बच्चे को लेकर श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल आए। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर व ईएनटी सर्जन डॉक्टर शरद हरनौट और डॉ ऋषभ डोगरा ने बच्चे की सफल सर्जरी कर श्वास नली से सीटी को बाहर निकाला। बच्चे के माता पिता ने डॉक्टरों व श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल का आभार जताया।
डॉ शरद हरनौट ने कहा कि माता पिता बच्चों को प्लास्टिक के खिलौनी सीटी आदि को देते समय सजग रहें। खेल खेल में कई बार बच्चे मूंह या नाक के रास्ते प्लास्टिक का कोई छोटा टुकड़ा या खिलौना निगल लेते हैं लापरवाही खतरनाक भी हो सकती है। माता पिता इस बात का ध्यान रखें कि छोटे बच्चों को प्लास्टिक या अन्य खिलौने को देने से पूर्व पूरी सावधानी रखें। ऑपरेशन को सफल बनाने में डॉ अपूर्वा पाण्डे, डॉ त्रिप्ती ममगाईं, डॉ अरविंद वर्मा, डॉ ललित पोखरिया, एनेस्थैटिस्ट डॉ स्वाती, डॉ अमृता सिस्टर डोल्मा, बद्रर राजीव आदि का विशेष सहयोग रहा।
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