दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर चेतावनी जारी की है। संगठन ने कहा है कि इस वैरिएंट से खतरे का स्तर ‘बहुत अधिक’ हो सकता है। ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए ब्रिटेन द्वारा G-7 देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई गई है। बैठक में ओमिक्रॉन के फैलने और उसके रोकथाम के उपायों पर चर्चा की जाएगी। जी-7 देशों में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। उधर, डब्ल्यूएचओ (WHO) ने चेतावनी दी है ओमिक्रॉन से खतरा बहुत अधिक हो सकता है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि हम वर्तमान हालात को लेकर विचार-विमर्श करेंगे और हर संभव कदम उठाएंगे। हमने केंद्र सरकार से 18 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू करने की मांग की है। हमने उनसे बूस्टर खुराकें भी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। लेकिन हम अभी उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने कहा कि जीनोमिक सर्विलांस लगातार जारी है। नए वैरिएंट (ओमिक्रॉन) से प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों को प्रदेश में आने पर आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी और 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रहना होगा। हमने चार अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या बढ़ाई है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर कर्नाटक सरकार ने भी सतर्कता दिखाई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि हम कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को देखते हुए स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हमने वैरिएंट की पुष्टि के लिए कुछ सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे हैं। उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट पर कोविड-19 स्क्रीनिंग भी बढ़ाई जाएगी।
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