जम्मू: केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने मंगलवार को पुष्टि की कि अमरनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के ठहरने वाले संवेदनशील इलाकों और जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इसने जनता और सभी सुरक्षा कर्मियों को अमरनाथ यात्रा के दौरान सतर्क रहने के लिए भी कहा। सीआरपीएफ (CRPF) के डीआईजी राजेंद्र प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “अतिरिक्त तैनाती की जा रही है। हमने एक रूपरेखा तैयार की है – मुख्य संवेदनशील क्षेत्रों में पहले से की गई तैनाती का विवरण। तीर्थयात्रियों के ठहरने की जगह पर सुरक्षा व्यवस्था की गई है, ताकि कोई भी विरोधी- सामाजिक तत्व को समय रहते पकड़ा जा सकता है।”
Jammu | Addl deployment being done.We’ve drawn an outline-details of deployment already made in main sensitive areas. Security arrangements made at the place where pilgrims will stay,so that any anti-social element can be nabbed in time: Rajendra Prasad,DIG CRPF on Amarnath Yatra pic.twitter.com/zqD4nHgsGo
— ANI (@ANI) May 24, 2022
उन्होंने कहा, “मैं जनता से भी सतर्क रहने और सुरक्षा कर्मियों को सूचित करने का आग्रह करता हूं कि अगर उन्हें कोई असामाजिक तत्व दिखाई देता है या इसके बारे में पता चलता है, तो हम समय पर कार्रवाई करेंगे।” घाटी में कश्मीरी हिंदुओं पर आतंकवादियों द्वारा लक्षित हमलों को देखते हुए यह व्यवस्था की गई है। पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की थी।। सिन्हा ने कहा कि तीर्थयात्रियों के लिए सर्वोत्तम सुविधाएं सुनिश्चित करना प्रशासन की प्राथमिकता है। बैठक में श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने अमरनाथ यात्रा से संबंधित सभी कार्यों को पूरा करने के लिए 15 जून की समयसीमा तय की और अधिकारियों को अनंतनाग और गांदरबल में विशिष्ट कार्यों की नियमित निगरानी करने का निर्देश दिया। उपराज्यपाल ने निर्देश दिया कि यात्रा के दौरान निरंतर सेवाएं प्रदान करने के लिए जल शक्ति और बिजली जैसे विभागों के पर्याप्त फील्ड कर्मचारी उपलब्ध रहें। पेयजल, तीर्थयात्रियों की आवाजाही, सभी मार्गों पर रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) ट्रैकिंग, लंगर स्टॉल, पोनी मूवमेंट और हेलीकॉप्टर सेवा सहित विभिन्न व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने पर भी विस्तृत चर्चा हुई। गौरतलब है कि अमरनाथ यात्रा इस साल 30 जून को पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से शुरू होगी।
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