नई दिल्ली: प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने अगले साल जी20 शिखर सम्मेलन के लिए सुझाव मांगने के लिए सोमवार को राष्ट्रपति भवन में सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके ओडिशा समकक्ष नवीन पटनायक, सिक्किम के प्रेम सिंह तमांग और महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनके आंध्र प्रदेश के समकक्ष जगन मोहन रेड्डी, तमिलनाडु के एम के स्टालिन, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, भाकपा महासचिव डी राजा, तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू।
बैठक में मौजूद सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शामिल थे। सूत्रों ने कहा कि बैठक में विदेश मंत्रालय द्वारा जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान सरकार द्वारा नियोजित कार्यक्रमों के बारे में एक प्रस्तुति देने की उम्मीद है।
भारत ने आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर को G20 की अध्यक्षता ग्रहण की।
इस महीने की शुरुआत में देश भर में 200 से अधिक तैयारी बैठकों की मेजबानी करने की उम्मीद है। राज्यों या सरकारों के प्रमुखों के स्तर पर अगला G20 नेताओं का शिखर सम्मेलन अगले साल 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में होने वाला है। G20 या 20 का समूह दुनिया की प्रमुख विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतरसरकारी मंच है। इसमें अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ शामिल हैं।