दिल्ली: आज की पुलिस के सामने शांति व्यवस्था बनाए रखना तो मुख्य जिम्मेदारी है ही, साथ ही आतंकवाद, साइबर अपराध, जाली मुद्रा चलन और मादक पदार्थ तस्करी पर नियंत्रण पाना भी पुलिस के सामने मौजूदा वक्त में खड़ी प्रमुख चुनौतियों में शामिल हैं। “पुलिस चाहे राज्य की हो या फिर किसी हिंदुस्तान के केंद्रीय अर्ध-सैनिक बल (Delhi Police 75th Raising Day) की पुलिस का जवान या अफसर, हर पुलिसकर्मी हमारी आपकी खुशियों के लिए अपनी खुशियां हमेशा कुर्बान करता रहा है। ऐसे में हमारी आपकी भी जिम्मेदारी है कि ऐसे त्याग, तपस्या और समर्पण की परिचायक पुलिस की खुशियों का ख्याल हम भी रखें। जब तक पुलिसकर्मी को अपनी बेहतर जिंदगी गुजारने का वक्त आता है। तब तक वह हमारी-आपकी सेवा-सुरक्षा करते-करते खुद तमाम परेशानियों-बीमारियों के बीच जा फंसा होता है। यह वही पुलिस होती जो हमारी, देश और राज्य की शांति के लिए। अपनी हर खुशी हमेशा ‘होम’ करने के लिए तत्पर रहती । ” यह तमाम बातें बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah Union Home Minister) ने कहीं, वे दिल्ली पुलिस के 75वें स्थापना दिवस समारोह (Delhi Police 75th Raising Day) में मुख्य-अतिथि की हैसियत से बोल रहे ।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री ने परेड की सलामी ली। उन्होंने पुलिस के जवानों की खुलकर हौसला अफजाई की। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, “कोरोना काल में जिस तरह दिल्ली पुलिस ने खुद की जान जोखिम में डालकर त्याग, तपस्या और समपर्ण के अनगिनत उदाहरण पेश किए। वे सब इतिहास में मील का पत्थर बन चुके हैं। पुलिस जवान चाहे दिल्ली या किसी भी प्रदेश की पुलिस का हो। अथवा फिर किसी केंद्रीय अर्धसैनिक बल का जवान या अधिकारी हर किसी का पहला कर्तव्य हमारी और आपकी खुशी बरकरार रखना ही होता है।