देहरादून: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के देहरादून आगमन से चंद घंटे पहले शनिवार शाम कांग्रेसियों और पुलिस के बीच विवाद हो गया। विवाद, खरगे के चौपर की अनुमति के मुद्देल पर हुआ। नाराज कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने डीजीपी ऑफिस के बाहर ही धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने धरना-प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को बामुश्किल बाहर किया, जिसे लेकर दोनों पक्षों में रात तक गर्मा-गर्मी जारी रही।
रविवार को बन्नू स्कूल में कार्यकर्ता सम्मेलन संबोधित करने आ रहे मल्लिकार्जुन, पुलिस लाइन में मांगी चौपर उतारने की अनुमति
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे रविवार को देहरादून आ रहे हैं। दोपहर उनका यहां रेसकोर्स स्थित सनातन धर्म इंटर कॉलेज (बन्नू) में कार्यकर्ता सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करने का कार्यक्रम है। वे नई दिल्ली से जौलीग्रांट हवाई जहाज से आएंगे। उसके बाद चौपर से उनका यहां आने का कार्यक्रम है। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक, खरगे के चौपर को रेसकोर्स स्थित पुलिस लाइन मैदान में उतारने की अनुमति मांगी गई, लेकिन अनुमति नहीं मिली। इसके विरोध में शनिवार देर शाम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, मथुरादत्त जोशी, गोदावरी थापली समेत कई नेता पुलिस मुख्यालय पहुंचे और डीजीपी कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए। इस बीच, जानकारी मिलने पर कांग्रेसियों का वहां पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया।
रात तक जारी था कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना-प्रदर्शन
सूचना मिलते ही एसएसपी अजय सिंह समेत कई अधिकारी और पुलिसबल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने धरना-प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को डीजीपी ऑफिस से बाहर करने का प्रयास किया, जिसे लेकर बहसबाजी हो गई। पुलिस ने कुछ कार्यकर्ताओं को जबरन पुलिस मुख्यालय के गेट के बाहर कर दिया। इस बीच, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, विधायक भुवन कापड़ी समेत कई अन्य नेता भी मौके पर पहुंच गए। आर्य व अन्य नेताओं की एसएसपी से इस मुद्देल पर काफी बहसबाजी हुई। कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि पुलिस अधिकारी सरकार व भाजपा के इशारे पर मनमानी कर रहे हैं। रात तक पुलिस मुख्यालय के बाहर सड़क पर ही धरना-प्रदर्शन जारी था।