देहरादून: भाजपा (BJP)ने कहा कि सामरिक और विकास जैसे अति महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर नकारात्मक वातावरण बनाने और बिना विशेषज्ञों की राय के टिप्पणी को दुर्भावनापूर्ण बताया। भाजपा (BJP) के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस समेत कुछ संगठन राजनैतिक एवं नकारात्मक एजेंडे के चलते जनभावनाओं की आड़ में देश की सुरक्षा व विकास से जुड़े चार धाम सड़क व अन्य प्रोजेक्टों के खिलाफ माहौल बनाने का षडयंत्र करने में लगे है । चौहान ने प्रदेश मुख्यालय में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि देश की सीमाओं तक सड़क पहुंचाने वाले चार धाम यात्रा मार्ग का सामरिक महत्व है। चीन सीमा तक पक्की सड़कों का जाल बिछा चुका है ऐसे में सीमाओं की सुरक्षा के लिए पहाड़ों मे सड़क व रेल कनेक्टिविटी बेहद आवश्यक है । लेकिन जोशीमठ भूधसांव से प्रभावित लोगों की संवेदनाओं व चिंता को भड़काकर राष्ट्रीय महत्व की महत्वपूर्ण परियोजनाओं के खिलाफ माहौल खड़ा करने की कोशिश की जा रही है वह भी उन परिस्थितियों मे जब कोई भी वैज्ञानिक रिपोर्ट अभी तक नही आयी है जिससे पता चल सके कि प्रभावित क्षेत्र में भवनों व जमीनों में आ रही दरारों के क्या कारण है ।
प्रधानमंत्री कार्यालय की निगरानी में केंद्र व राज्य की भूगर्भीय, निर्माण, भूजल, आपदा व आईआईटी समेत कई उच्च अध्यन संस्थानों का सयुंक्त विशेषज्ञ समूह वहां विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने में लगा है । आपदा को अवसर के रूप मे देख रहे विपक्षी तात्कालिक राजनैतिक लाभ के लिए राष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं को दीर्घकालीन नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बयानबाजी कर रहे है । जिसके लिए सीमावर्ती प्रदेश में सामरिक एवं विकास की ऐसी योजनाओं के खिलाफ स्थानीय लोगों को उकसाना और आपदा को लेकर सामान्य अनुमानित जानकारी को बहुप्रचारित कर नकारात्मक धारणा तैयार करना है। चौहान ने आरोप लगाया कि जिन्होंने लंबे समय तक शासन किया और अधिकांश बड़ी जल विधुत योजनाओं को शुरू करने में सहभागी भी रहे वही आज इन परियोजनाओं को लेकर मुखर विरोध की राजनीति कर रहे है । प्रदेश की महान और राष्ट्रवादी जनता आज इनका दोगला चरित्र देख व समझ रही है और सही समय पर इन्हें एक बार फिर से सबक सिखाएगी। उन्हीने विश्वास दिलाया कि भाजपा सरकार जोशीमठ के लोगों का नुकसान किसी कीमत पर नही होने देगी और विशेषज्ञ समूह की फाइनल रिपोर्ट आने के बाद स्थायी समाधान की दिशा में सभी जरूरी कदम उठाएगी ।