हवालबाग(अल्मोड़ा): आज सूबे की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री रेखा आर्या ने हवालबाग खेल मैदान में जिला स्तरीय खेल महाकुंभ के समापन कार्यक्रम में शिरकत की।इस दौरान उन्होंने सभी खिलाड़ियो के साथ बातचीत की साथ ही उनसे खेल विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी की।जिसपर सभी खिलाड़ियो ने खेल विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं पर खुशी जताई।
इस दौरान उन्होंने स्याल्दे और धौलादेवी के बीच खेले गए कबड्डी मैच का भी लुफ्त उठाया और सभी का उत्साहवर्धन किया।अपने संबोधन में खेल मंत्री ने कहा कि खेल हमे जीवन मे आगे बढ़ने का अवसर देता है।आज हमारे खिलाड़ी अपने खेल कौशल से देश विदेशों में प्रदेश का नाम रोशन करने का काम कर रहे हैं।कहा कि खेलने से जहां शरीर फिट रहता है वहीं मन भी स्वस्थ्य रहता है। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ी एक दूसरे के पूरक हैं।
सभी को खेल विभाग की उपलब्धियों से अवगत कराते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खेल और खिलाड़ियो को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाए चलाई हैं जिनका लाभ हमारे खिलाड़ी ले रहे हैं।आज हम खेल महाकुंभ का आयोजन कर रहे हैं,यह खेल महाकुंभ हमारे खिलाड़ियो को उनकी छुपी हुई प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर प्रदान करता है।उन्होंने सभी विजयी खिलाड़ियो को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि वह सभी इसी तरह मेहनत करें और अगले वर्ष होने जा रहे 38 वे राष्ट्रीय खेलो में राज्य का नाम रोशन करे। बालिकाओं की अंडर -14 वर्ग कबड्डी में पहले स्थान पर भिकियासैंण, दूसरे पर हवालबाग और तीसरे पर ताड़ीखेत की टीम विजयी रही। बालिकाओ की अंडर-17 वर्ग कबड्डी में पहले स्थान पर भिकियासैंण दूसरे स्थान पर स्याल्दे और तीसरे स्थान पर सल्ट की टीम विजयी रही।
बालिकाओं की अंडर-19 वर्ग कबड्डी में पहले स्थान पर स्याल्दे,दूसरे स्थान पर धौलादेवी और तीसरे स्थान पर सल्ट की टीम विजयी रहीं।सभी खिलाड़ियो को खेल मंत्री ने मेडल, प्रशस्ति पत्र और नगद धनराशि देकर सम्मानित किया साथ ही सभी के उज्जवल भविष्य की कामना की।बता दे कि जिलास्तरीय यह खेल महाकुंभ 7 दिसंबर से शुरू हुआ था जिसका की आज समापन खेल मंत्री द्वारा किया गया। वहीं हवालबाग खेल मैदान में खेल मंत्री ने क्रिकेट टूर्नामेंट का भी शुभारंभ किया।उन्होंने सभी खिलाड़ियो को शुभकामनाएं देने के साथ सभी को खेल भावना के साथ खेलने की बात कही।कहा कि आज वह दौर बदल चुका है जब माता पिता अपने बच्चों को खेलने से मना करते थे लेकिन आज समय बदल चुका है।आज खेल में बच्चो के लिए असीम संभावनाएं हैं।