देहरादून: बीटेक करने की सोच रहे छात्रों के लिए एक खुशी की खबर है। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विवि (UTU) के कैंपस कालेज बने छह इंजीनियरिंग कालेजों में बीटेक की सीटें बढ़ाई जाएंगी। जिससे जादा संख्या में बच्चे एडमिशन ले सकेंगे। साथ ही विवि की ओर से इन सभी स्ववित्तपोषित संस्थानों में संचालित पाठ्यक्रम को और अधिक उपयोगी, नई शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप और रोजगारपरख बनाया जाएगा। बता दें कि, प्रदेश के छह इंजीनियरिंग कालेज तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित हो रहे थे। इन छह कालेजों को बीते 18 अप्रैल, 2023 को कैबिनेट की बैठक में वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विवि (UTU) के कैंपस कालेज बनाने का निर्णय लिया गया। यूटीयू के कैंपस कॉलेज बनने पर यूटीयू के कुलपाति प्रो.ओंकार सिंह ने कहा कि यह छह कालेज स्ववित्तपोषित हैं, इसलिए इन कालेजों में आय के स्त्रोत बढ़ाने के उपाय तलाशे जाएंगे।
इन कालेजों में सीटें अपेक्षाकृत कम हैं, जिससे आने वाले समय में यहां बीटेक की सीटें विशेषकर कंप्यूटर साइंस की सीटों में इजाफा किया जा सकता है। साथ ही इन संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग की सुविधा भी दी जाएगी। वहीं, उत्तराखंड इंडस्ट्रीयल वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुनील उनियाल ने कहा- वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विवि (यूटीयू) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं सेलाकुईं, पटेलनगर, हरिद्वार, सितारंगज, काशीपुर आदि औद्योगिक क्षेत्रों में ट्रैनिंग प्राप्त करते हैं। जिन छात्रों का प्रदर्शन बेहतर होता है। कंपनी उन इंजीनियरिंग के छात्रों को अपने यहां प्लेसमेंट देती है। यूटीयू और औद्योगिक संघ के बीच होने वाले एमओयू का लाभ छात्र-छात्राओं व उद्योगों दोनों को मिलता है। वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विवि के छह कैंपस कालेज के छात्र-छात्राएं भी उद्योगों में प्रशिक्षण ले सकते हैं।
प्रौद्योगिकी संस्थान गोपेश्वर चमोली, महिला प्रौद्योगिकी संस्थान देहरादून, डा. एपीजे अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विवि टनकपुर, नन्हीं परी सीमांत प्रौद्योगिकी संस्थान पिथौरागढ़, टीएचडीसी-आइएचटी नई टिहरी, बौन इंजीनियरिंग कालेज उत्तरकाशी यह छह कॉलेज यूटीयू कैंपस कालेज बने।
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