देहरादून: मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के निर्देशो के क्रम में प्रदेशवासियों के साथ साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी करने पर ऐसे साइबर अपराधियों के विरुद्व कठोर कानूनी कार्यवाही करने तथा पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में इनामी अपराधियों के विरुद्व चलाए जा रहे अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देशन में एसटीएफ (STF) व साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन टीम द्वारा लगातार साइबर अपराधियों /इनामी अपराधियों के विरुद्व अभियान चलाकर कार्यवाही कर देशभर से गिरफ्तारिया की जा रही है ।
इसी क्रम में एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था, जिसमें योगेश सिह निवासी ऋषिकेश देहरादून द्वारा अपने फ्लैट को किराये पर देने हेतु विज्ञापन दिया गया था। जिस पर साइबर अपराधियों द्वारा स्वंय को आर्मी अधिकारी बताते हुये वर्तमान में जनपद देहरादून में पोस्टिग होने की बात कहते हुये परिवार को देहरादून लाने व शिकायतकर्ता का फ्लैट किराये पर लेने की बात कहते हुये फोन के माध्यम से सम्पर्क कर किराये की धनराशि एंडवास में जमा करने की बात कहकर लिंक/फर्जी एप्प के माध्यम से भिन्न भिन्न बैंक खातो में लगभग कुल 13 लाख रुपये की धनराशि धोखाधडी से प्राप्त किये जाने की शिकायत की गयी थी । जिस पर साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0सं0 20/22 धारा 420, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया तथा विवेचना साइबर थाने के निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज के सुपुर्द कर विवेचक के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से अभियुक्तो द्वारा वादी मुकदमा से धोखाधडी से प्राप्त की गयी धनराशि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी तो अभियुक्तो द्वारा उक्त धनराशि हरियाणा राजस्थान के मेवात क्षेत्र में बैक खाते खुलवाकर उक्त स्थानों से धनराशि आहरित किया जाना प्रकाश में आया। अभियुक्तो द्वारा फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाईल नम्बरों/बैक खातों का प्रयोग कर अपराध कारित किया गया । प्रकरण में अपराधियो की गिरफ्तारी हेतु निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज के नेतृत्व में टीम गठित कर हरियाणा/राजस्थान आदि राज्यो हेतु रवाना की गयी थी । जिनके द्वारा उक्त धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के सदस्य रवि कुमार पुत्र खेम चन्द्र निवासी ग्राम मुन्दरिका मेवात जिला नूह हरियाणा को मेवात हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त से पूछताछ में यह तथ्य प्रकाश में आये कि आम जनता द्वारा किराये पर दिये जाने हेतु अपने घर/फ्लैट की जानकारी व अपना मोबाइल नम्बर विभिन्न मार्केटिग फ्लैटफार्म पर प्रेषित किया जाता है जिस पर उक्त गिरोह द्वारा डाले गये फ्लैट/ भवन की जानकारी प्राप्त कर फर्जी आर्मी अधिकारी बनकर उक्त फ्लैट को किराये पर लेने के नाम पर शिकायतकर्ता को किराये एडवास देने की बात कहते हुये फर्जी एप्प/लिंक के माध्यम से उनके खाते में अनाधिकृत पंहुच बनाकर धनराशि विभिन्न खातो में प्राप्त कर धोखाधड़ी करते है । अभियुक्त से अपराध में प्रयुक्त 01 मोबाइल फोन व बरामद हुआ है ।
अपराध का तरीकाः-
आम जनता द्वारा किराये पर दिये जाने हेतु अपने घर/फ्लैट की जानकारी व अपना मोबाइल नम्बर विभिन्न मार्केटिग फ्लैटफार्म पर प्रेषित किया जाता है जिस पर उक्त गिरोह द्वारा डाले गये फ्लैट/ भवन की जानकारी प्राप्त कर फर्जी आर्मी अधिकारी बनकर उक्त फ्लैट को किराये पर लेने के नाम पर शिकायतकर्ता को किराये एडवास देने की बात कहते हुये फर्जी एप्प/लिंक के माध्यम से उनके खाते में अनाधिकृत पंहुच बनाकर धनराशि विभिन्न खातो में प्राप्त कर धोखाधड़ी करते है ।
गिरफ्तार अभियुक्त-
1- रवि कुमार पुत्र खेम चन्द्र निवासी ग्राम मुद्रिंका मेवात जिला नूह हरियाणा ।
बरामदगीः-
1- मोबाइल फोन-01 (घटना में प्रयुक्त)
पुलिस टीम-
1-निरीक्षक श्री विकास भारद्वाज
2-उ0नि0 कुलदीप टमटा
3-अपर उपनिरीक्षक सुनील भट्ट
4- कानि0 हरेन्द्र भण्डारी
5- कानि0 मनोज बेनीवाल
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड द्वारा जनता से अपील की है कि कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी / बैंक का कस्टूमर केयर नम्बर न ढूंढें । कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी / बैंक की अधिकारिक वैबसाईट से ही देखें । किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे मे आकर Any Desk, Quick Support, Alpmix आदि Remote Access app डाउनलोड न करें । कस्टमर केयर से बताकर फोन करने वाले व्यक्ति की बातो में न आये और न ही उसे अपने वॉलेट/बैक सम्बन्धी को जानकारी साझा करें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून को सम्पर्क करें, व कोई भी आर्थिक साईबर अपराध होने पर तत्काल साईबर हैल्पलाईन नम्बर 1930 पर सम्पर्क करें।
यह भी पढ़े: वाहन दुर्घटना में घायल क्रिकेटर ऋषभ पंत के ईलाज का सारा खर्च उठाएगी उत्तराखंड सरकार