देहरादून: भराड़ीसैंण गैरसैंण में आज से विधानसभा बजट सत्र का आगाज हो गया है। त्रिवेंद्र सरकार का ये अंतिम बजट है। चुनावी साल होने के चलते हैं इस बजट से काफी उम्मीदें जताई जा रही हैं। स्वाभाविक है कि ऐसे में सरकार का ये बजट लोक लुभावन होगा। जहां पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हुई। विपक्ष ने राज्यपाल का अभिभाषण पूरा सुने बिना ही सदन से वॉकआउट कर दिया।
गैरसैंण में चढ़ने लगा सियासी पारा:- जहां एक तरफ त्रिवेंद्र सरकार ने चुनावी वर्ष में अपने अंतिम बजट से जनता को लुभाने की हर संभव प्रयास करेगी तो वही दूसरी तरफ विपक्ष सरकार की मंशा को विफल कर सियासी पारा बढ़ाने में लगा है। आज बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण को झूठ का पुलिंदा बताते हुए जनता को गुमराह करने वाला बजट बताया। विपक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने बेरोजगारी, किसानों की समस्या को लेकर अभिभाषण में कोई जिक्र नहीं था। विपक्ष के वॉकआउट करने पर संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक ने कहा कि विपक्ष पहले से ही वॉकआउट करने की सोच कर आया था। विपक्ष का राज्यपाल के अभिभाषण को बिना सुने वॉकआउट करना गलत है।
राज्यपाल के अभिभाषण में क्या था खास:-
– झांझरा में सरकार 134 करोड़ की लागत से साइंस सिटी की स्थापना कर रही है।
– पौड़ी के 10 गांव स्वामित्व योजना के अंतर्गत उधमसिंह नगर के 40 गांव को 6804 स्वामित्व कार्ड वितरित किए जा चुके है।
– मौसमी सब्जियों के लिए कृषि बागवानी जड़ी-बूटी उत्पादन में अधिकतम 30 वर्षों का पट्टा दिए जाने का प्रावधान किया गया है।
– लोक सेवा आयोग की तरफ से विभिन्न विभागों में रिक्त पदों के सापेक्ष 905 भर्तियां की जा चुकी हैं, 1002 रिक्त पदों के सापेक्ष भर्ती की प्रक्रिया जारी है।
– समूह ग के 4346 रिक्त पदों पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयन प्रक्रिया जारी है।
– 6 करोड़ की लागत से उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र की अल्मोड़ा में स्थापना की जा रही है।
– मौसम संबंधी पूर्वानुमान के लिए यम्केश्वर में डॉप्लर रडार लगाने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है।
– उत्तराखंड में नर्सों के 1020 पदों का सृजन किया गया है जिनकी नियुक्तियां की जा रही हैं।
– कोविड-19 हेतु 214 एंबुलेंस तैनात हैं, अतिरिक्त एंबुलेंस भी खरीदी जा रही हैं।
– राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी, रुद्रपुर, पिथौरागढ़, देहरादून और श्रीनगर में अत्याधुनिक सीटी स्कैन मशीन लगाई जाएंगी।
– उत्तराखंड में 51 हेलीपैड का उपयोग रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत संचालित किया जा रहा है।