लखनऊ: अस्पतालों की सेहत सुधारने के लिए जिले चिकित्सा संस्थानों में 62 डॉक्टरों की तैनाती की गई है. सबसे अधिक डॉक्टर केजीएमयू में भेजे गए हैं. सरकारी अस्पताल, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व पीएचसी मिलाकर संविदा के कई डॉक्टरों के पद खाली थे.
बता दें कि अप्रैल में सीएमओ ऑफिस में वॉक इन इंटरव्यू हुआ था. इसमें 200 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए थे. एक माह बाद रिजल्ट जारी हुआ था. इसमें 62 डॉक्टरों का चयन हुआ. बुधवार को सभी डॉक्टरों को उनके कार्यक्षेत्र का आवंटन कर दिया गया है. इनमें आठ डॉक्टर केजीएमयू भेजे गए हैं. लोहिया में तीन व पीजीआई ब्लड बैंक में एक डॉक्टर को भेजा गया है.
इसी तरह लोकबंधु में चार, रानी लक्ष्मीबाई व सिविल अस्पताल में तीन-तीन डॉक्टर तैनात किए गए हैं. बीआरडी महानगर में एक व रामसागर मिश्रा संयुक्त चिकित्सालय में तीन डॉक्टर भेजे गए हैं. बचे हुए डॉक्टरों की तैनाती सीएचसी व हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में की गई है. सीएमओ डॉ. एनबी सिंह का कहना है कि सभी डॉक्टरों को ड्यूटी पर जाने के निर्देश दिए गए हैं.
संचारी रोगों पर नियंत्रण के लिए 17 विभाग मिलकर करेंगे काम: प्रदेश में एक से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चलेगा. संचारी रोगों के साथ ही दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए विभागों के दायित्व तय कर दिए गए हैं. 17 विभाग इस अभियान से जुड़ेंगे. अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बाजार में खराब गुणवत्ता के खाद्य पदार्थ न बिकें और बच्चे पूरी बांह की शर्ट व फुल पैंट पहन कर ही स्कूल जाएं.
चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा ने अभियान के संबंध में निर्देश दिया हैं. 17 विभागों के साथ ही मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को इस अभियान में अहम जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि वेक्टर जनित रोगों, संचारी रोगों व दिमागी बुखार पर प्रभारी नियंत्रण, तत्काल त्वरित उपचार की व्यवस्था करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है. आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बुखार, इंफ्लुएंजा, क्षय रोग के लक्षण, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया, कालाजार, कुपोषित बच्चे, दस्त रोग की सूचनाएं अभियान के तहत संबंधित व्यक्ति के नाम, पता व मोबाइल नंबर सहित ई-कवच पोर्टल पर अपलोड करने की जिम्मेदारी दी गई है.