लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद अब अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए चुनौतियां बढ़ गई हैं। सपा प्रमुख के सामने अब पार्टी और परिवार को संभालने के साथ ही तमाम चुनौतियां होंगी। हालांकि बीते दिनों में चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) और भाई प्रतीक यादव (Prateek Yadav) के बयान अखिलेश के लिए राहत भरे रहे हैं। लेकिन फिर भी उनकी चुनौती अभी कम नहीं होने वाली है। मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अब पार्टी की पूरी जिम्मेदारी अखिलेश यादव पर होगी। अब अखिलेश यादव को पहले की तरह मार्ग दर्शन के लिए नेताजी का साथ नहीं मिल सकेगा। ऐसे वक्त में परिवार और पार्टी में अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज का जवाब देना भी उनके लिए एक चुनौती होगी। हालांकि अभी तक चाचा राम गोपाल यादव हर वक्त उनके साथ रहे हैं। लेकिन अब नेताजी के निधन के बाद उनकी भूमिका भी काफी अहम होगी।
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