लखनऊ: उत्तर प्रदेश की 18वीं विधान सभा का सत्र शुरू होने से एक दिन पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के मुख्यालय में रविवार को बुलाई गई विधायक दल की बैठक में पार्टी विधायक आज़म खान और शिवपाल सिंह यादव शामिल नहीं हुए। सपा मुख्यालय में आयोजित बैठक में पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने विधान सभा सत्र के दौरान विधायकों से तथ्यों और तर्कों के साथ जनहित के मुद्दों को उठाने की नसीहत दी।
समाजवादी पार्टी विधानमण्डल दल की बैठक आज समाजवादी पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नेता विरोधी दल विधानसभा श्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें सदन के बजट सत्र की रणनीति पर चर्चा की गई।https://t.co/Ou365fY27b pic.twitter.com/LDOOygPWIL
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 22, 2022
सपा की बैठक में क्यों शामिल नहीं हुए आज़म?
बैठक में शामिल न होने पर सपा नेताओं ने कहा कि हाल ही में सीतापुर जेल से जमानत पर रिहा होने के बाद आज़म खान रामपुर में हैं और स्वास्थ्य कारणों से वह बैठक में शामिल नहीं हो सके। रामपुर से सपा विधायक आज़म के अलावा उनके बेटे एवं विधायक अब्दुल्ला आजम और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के प्रमुख शिवपाल सिंह यादव भी विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए। अब्दुल्ला आजम रामपुर जिले की स्वार विधान सभा क्षेत्र से विधायक चुने गए है।
आजम खान पर 88 मामले दर्ज
सपा के वरिष्ठ नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा, ‘आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम सोमवार को सत्र में भाग लेंगे।’ उन्होंने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके। मेहरोत्रा ने बताया कि सोमवार को आजम खान विधान सभा सदस्य के तौर पर पहले शपथ लेंगे और उसके बाद सत्र में भाग लेंगे। गौरतलब है कि आजम खान के खिलाफ रामपुर में जमीन हड़पने सहित 88 मामले दर्ज हैं और 20 मई को उच्चतम न्यायालय द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में अंतरिम जमानत देने के बाद उन्हें सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया था।
शिवपाल ने लगाया था आरोप
आज़म खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खान ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर अपने सहयोगी और मुस्लिम समुदाय की अनदेखी करने का आरोप लगाया था, जिससे समाजवादी पार्टी में दरार की अटकलें तेज हो गई थीं। फसाहत अली खान ने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव जेल में केवल एक बार आज़म खान से मिले और पार्टी ने पिछले ढाई साल में उनकी रिहाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया। सीतापुर जेल में आजम खान से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल सिंह यादव ने भी आरोप लगाया था कि सपा ने आजम खान की लड़ाई ठीक से नहीं लड़ी।
आजम ने नहीं की थी सपा नेता से मुलाकात
समाजवादी पार्टी के नेतृत्व से आज़म खान के नाखुश होने की अटकलों को तब और बल मिला जब जेल में रहते हुये उन्होंने सपा के विधायक रविदास मेहरोत्रा से मुलाकात नहीं की, लेकिन एक दिन बाद ही वहां कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम से मुलाकात की। इसके बारे में सीतापुर जेल से रिहाई के बाद रामपुर पहुंचे आज़म खान से जब शुक्रवार को पत्रकारों ने सवाल किया कि आप सपा के प्रतिनिधिमंडल से क्यों नहीं मिले तो उन्होंने कहा था कि मेरी तबीयत ठीक नहीं थी।
शिवपाल यादव भी नदारद
शिवपाल यादव की गैरमौजूदगी के बारे में मेहरोत्रा ने कहा, ‘उन्होंने सपा के चुनाव चिन्ह (साइकिल) पर विधान सभा चुनाव जीता है लेकिन वह एक पार्टी के मुखिया भी हैं और पहले भी वह बैठक में शामिल नहीं हुए थे।’ उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने विधायकों को विधान सभा के सत्र में जनहित के मामलों को प्रमुखता से उठाने को कहा है। बैठक में शामिल विधान परिषद सदस्य राजपाल कश्यप ने बताया कि ‘पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने हमें जनहित के मुद्दों को तर्कों और तथ्यों के साथ उठाने के लिए कहा है। हमें मजबूत विपक्ष की भूमिका निभानी होगी। जैसा कि यह बजट सत्र होगा, हमारी पार्टी आम आदमी के सामने आने वाले मुद्दों को मजबूती से सदन में उठाएगी।’
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