लखनऊ: सीतापुर रोड पर रहने वाले राकेश के मुताबिक भाई दीपू शनिवार रात भाड़ा लेकर आजमगढ़ गए थे। वहां सामान अनलोड करने के बाद गाड़ी लेकर वापस घर लौट रहे थे। घर के पास ही पाल चाय की दुकान पर एक दोस्त से मिलने के लिए रुक गए। इस दौरान कार सवार युवकों से गाड़ी हटाने को लेकर विवाद हो गया।
जिसके बाद भाई डाला लेकर घर आ गए। इसी बीच पीछे से कार सवार युवक भी वहां आ गए। पहले कहासुनी हुई, फिर भाई से हाथापाई शुरू कर दी। राकेश ने बताया शोर सुनकर भाई मुकेश के साथ मैं भी नीचे आ गया। बीच-बचाव करके मामला शांत कराया। इसके कुछ ही देर बाद कार सवार एक युवक 10-12 लड़के लेकर आया और दोबारा विवाद शुरू कर दिया।
हम लोग बचाव करते, इससे पहले ही हम लोगों पर गाड़ी चढ़ा दी। इससे भाई दीपू गंभीर रूप से घायल हो गए। मुझे और भाई मुकेश को भी चोट आई। चीख पुकार सुनकर आस-पास के लोग भी आ गए और अस्पताल ले गए। जहां दीपू की मौत हो गई।
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