अयोध्या: मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर (Ram Mandir) निर्माण जोरों पर चल रहा है। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir) में निर्माण के साथ-साथ नक्काशीदार दरवाजों को सुव्यवस्थित लगाने की परीक्षण प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गयी है, साथ ही साथ सिंहद्वार की सीढिय़ों पर संगमरमर के पत्थरों को लगाने का कार्य तीव्रता के साथ चल रहा है।
बीस से चौबीस जनवरी के बीच में रामलला (Ramlala) की प्राण प्रतिष्ठा होना प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री के संस्तुति मिलते ही श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट इसकी आधिकारिक घोषणा कर देगा। हालांकि प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान सोलह जनवरी से चौबीस जनवरी तक होगा। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा सम्पन्न किया जायेगा।
श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के मुख्य पुजारी सत्येन्द्र दास ने बताया कि मंदिर निर्माण का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि मंदिर (Ram Mandir) के पहले चरण का कार्य दिसम्बर तक पूरा हो जायेगा। इसके बाद जनवरी में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा होगी। छब्बीस जनवरी से राम मंदिर को श्रद्धालुओं के लिये खोल दिया जायेगा।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि मंदिर में करीब पचहत्तर हजार लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे। एक व्यक्ति को दर्शन करने के लिये करीब पन्द्रह से बीस सेकेंड का अवसर मिल पायेगा क्योंकि मंदिर में भी वहां तक पहुंचने के दौरान वह कई स्थलों व मण्डपों से होकर गुजरेंगे। इस दौरान मंदिर की भव्यता, भव्य नक्काशी, स्थापत्य कला भक्तों को लुभायेगी। उन्होंने बताया कि मंदिर में गर्भगृह के फिनशिंग का काम चल रहा है। दिसम्बर तक मंदिर का भूतल बनकर तैयार हो जायेगा। उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर की ऊंचाई एक सौ इकसठ फिट और धरातल से शिखर तक लम्बाई तीन सौ पचास फीट है जिसकी चौड़ाई दो सौ पचपन फिट है।
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