मिर्जापुर: शनिवार को ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने के बाद बिजली वितरण के निजीकरण को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि जितनी अच्छी व्यवस्था बिजली की होनी चाहिए उतनी नहीं है.
हमारे अनेक प्रयास के बावजूद कर्मचारियों के व्यवहार, बिजली की आपूर्ति और बिलिंग की व्यवस्था को लेकर जनता में असंतोष है. हर क्षेत्र की जनता को निर्बाध 24 घंटा बिजली देने के लिए निजीकरण किया जा है. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कोई बिजली कर्मचारी विरोध नहीं कर रहा है. अगर वो विरोध करते, तो आपको बिजली नहीं मिल रही होती. कुछ कर्मचारी नेता हैं, जो अपनी राजनीति चलाने के लिए सक्रिय है. निर्बाध बिजली, कम समस्या और कम भ्रष्टाचार के साथ बिजली देने के लिए जनता का समर्थन है. इसलिए निजीकरण होगा.
उत्तर प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने शनिवार को मिर्जापुर के विंध्याचल धाम पहुंचकर मां विंध्यवासिनी देवी का दर्शन पूजन किया. इसके बाद ऊर्जा मंत्री अष्टभुजा गेस्ट हाउस पर पहुंचे. उन्होंने वहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की.
पत्रकारों के सवाल पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि आपने देखा होगा कि पहले सरकार रोड बनाती थी. एयरपोर्ट चलाती थी. उस समय के रोड और एयरपोर्ट कैसे थे. जब निजीकरण हुआ, तो आज के एयरपोर्ट और हाईवे देख लीजिए. यही नहीं टेलीफोन में पहले कनेक्शन लेने के लिए वर्षों लाइन लगती थी.
निजीकरण हुआ, तो तेजी से मिलने लगा. आज हर आदमी के हाथ में मोबाइल है. निजीकरण की बहुत फायदे हैं. आगे जैसा होगा, आप सबको जानकारी दी जाएगी.
उन्होंने कहा मां विंध्यवासिनी की मेरे और मेरे परिवार पर असीम कृपा है. माता-पिता परिवार के साथ के अलावा विद्यार्थी जीवन में प्रयागराज विश्वविद्यालय में पढ़ता था. तब से मां के दरबार में आने का सौभाग्य मिल रहा है. राजनीति में एमएलसी बनने के बाद भी आया था. जब भी समय मिलता है, आता रहता हूं. बहुत खुशी हो रही है. मां विंध्यवासिनी धाम दिव्य भव्य बन रहा है.