ऊर्जा मंत्री ने रायबरेली के महराजगंज में 132/33 केवी क्षमता के विद्युत उपकेन्द्र का किया शिलान्यास

लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने जनपद रायबरेली की तहसील महराजगंज के ग्राम नेवाजगंज मजरे, बावन बुजुर्ग बल्ला में 132/33 के0वी0 पारेषण उपकेन्द्र का शिलान्यास किया। जिसकी क्षमता 2×40 एमवीए की है और यह उपकेन्द्र 40.15 करोड़ रूपये की लागत से एक वर्ष में बनकर तैयार होगा। इसके निर्माण से महराजगंज, हरचन्दपुर, गंगागंज, रहवां, चन्दापुर, मऊगरवी तथा अमेठी के कुछ ग्रामीण क्षेत्रों की 08-09 लाख की आबादी को निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलेगी। इससे इन ग्रामीण क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति में सुधार होगा और यहां के विद्युत लोड की समस्या भी दूर हो जायेगी।
ऊर्जा मंत्री ए0के0 शर्मा ने आज दोपहर बाद नेवाजगंज पहुंचकर विद्युत उपकेन्द्र के निर्माण हेतु भूमि पूजन कर आधारशिला रखी तथा बटन दबाकर शिलान्यास पट्ट का अनावरण किया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने आज यहां पर इस उपकेन्द्र का नहीं, बल्कि इस क्षेत्र में निर्बाध विद्युत की आत्मनिर्भरता का शिलान्यास किया है साथ ही अपने सहयोगी उद्यान, कृषि निर्यात मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के जन्मदिन पर इस क्षेत्र की जनता को उपहार के रूप में भेंट करता हूं।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मोदी-योगी से पहले की सरकारों ने विद्युत की आधारभूत संरचनाओं पर कार्य नहीं किया, जिससे आज विद्युत व्यवस्था के लिए बहुत ज्यादा कार्य करना पड़ रहा है फिर भी उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति देने के लिए योगी सरकार सभी आवश्यक प्रबंध कर रही है। उ0प्र0 जल्द ही सम्पूर्ण देश में सबसे अच्छी विद्युत व्यवस्था देने वाला प्रदेश बनेगा। निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए जल्द ही रोस्टर की व्यवस्था समाप्त की जायेगी।
ए0के0 शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रथम कार्यकाल में ही भारत बिजली उत्पादन के मामले में सरप्लस देश बनकर अपने पड़ोसी देशों को बिजली दे रहा है। इसी प्रकार प्रदेश की योगी सरकार ने भी 1.25 लाख से अधिक मजरों को रोशन किया तथा 1.58 करोड़ परिवारों को विद्युत कनेक्शन दिया अभी डेढ़ वर्ष के भीतर 25 लाख विद्युत कनेक्शन दिये गये। 40 ऐसे बड़े सब स्टेशन बनाये गये तथा 136 उपकेन्द्रों की क्षमता बढ़ाई गयी। कुछ ही समय में प्रदेश की विद्युत उत्पादन क्षमता दोगुनी हो जायेगी। 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन शीघ्र ही चालू होगा। अनपरा-डी में 1600 मेगावाट, ओबरा-डी में 1600 मेगावाट, पनकी में 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि बांस-बल्ली में फैलाई गयी लाइन, जर्जर तार, पोल, अतिभारित ट्रांसफार्मर को तेजी से बदला जा रहा है। हजारों किमी0 जर्जर तार और डेढ़ लाख पोल बदले जा चुके हैं। 650 फीडर में सुधार किया गया है। उत्तर प्रदेश में बिजली की समस्या को हमेशा के लिए समाप्त करने के लिए 20-25 हजार करोड़ रूपये के कार्य कराये जा रहे हैं साथ ही सौर ऊर्जा के माध्यम से भी विद्युत उत्पादन को बढ़ाया जा रहा है।