बाराबंकी: जिले में देवा कोतवाली क्षेत्र में अचानक कार से टकराए युवक को सलाह देना चौकी इंचार्ज (Chowki Incharge) पर भारी पड़ गया। दबंग पूर्व ब्लॉक प्रमुख, उसके ग्राम प्रधान भाई ने अपने परिजनों व समर्थकों के साथ मिलकर चौकी इंचार्ज को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा। राहगीरों से सूचना पाने के बाद पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और घेराबंदी कर पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत सात लोगों को दबोच लिया। सभी पर हत्या का प्रयास, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने व एससी/एसटी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
देवा कोतवाली के सिपहिया गांव के प्रधान जलील अहमद व उनके पुत्र फैसल के बीच शादी को लेकर कहासुनी हो रही थी। पिता की फटकार पर फैसल देवा-चिनहट मार्ग की ओर भागा। युवक अचानक उधर से गुजर रहे देवा कोतवाली की माती चौकी इंचार्ज शशिकांत सिंह की कार के सामने आ गया। चौकी इंचार्ज ने तेजी से ब्रेक मारते हुए युवक से नाराजगी जताई। इस तरह से न करने की सलाद दी तो फैसल अभद्रता करने लगा। चौकी इंचार्ज (Chowki Incharge) व उसके बीच हाथापाई होने लगी।
इसी दौरान मौके पर फैसल के पिता ग्राम प्रधान जलील अहमद, चाचा पूर्व ब्लॉक प्रमुख जमील अहमद, जलील अहमद के पुत्र अनस, आजम व समर्थक आलम व सतीश पहुंव गए। इन लोगों ने चौंकी इंचार्ज (Chowki Incharge) को पकड़कर पीटना शुरु कर दिया। काफी देर तक यह लोग चौकी इंचार्ज को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर फिल्मी स्टाइल में पीटते रहे।
किसी राहगीर ने इसकी सूचना देवा पुलिस को दी तो कोतवाल पंकज कुमार सिंह समेत कोतवाली की पूरा पुलिस बल सिपहिया पहुंच गया। पुलिस को आता देख सभी हमलावर भाग गए। लेकिन पुलिस ने आरोपियों के घरों की घेराबंदी कर ली। कुछ लोग खेतों की ओर भागे तो पुलिस ने उन्हे पकड़ लिया।
पूर्व प्रमुख व प्रधान गांव से दबोच लिए गए। पुलिस ने इस मामले में चौकी इंचार्ज की तहरीर पर सभी के खिलाफ हत्या का प्रयास, बल्वा, मारपीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने च एससी/एसटी का केस दर्ज किया है। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।