लखनऊ: बिहार और पश्चिम बंगाल का सफर शहरवासियों के लिए अब और आसान होने जा रहा है. गोमती नगर से बिहार के दरभंगा और पश्चिम बंगाल के मालदा टाउन के लिए 18 जुलाई से अमृत भारत एक्सप्रेस दौड़ेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के मोतिहारी से इन दोनों अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ करेंगे. दोनों ही ट्रेनें अयोध्या होकर संचालित होंगी. गोमती नगर से दरभंगा अमृत भारत और गोमती नगर से मालदा टाउन अमृत भारत एक्सप्रेस प्रतिदिन चलाई जाएंगी. ट्रेन में स्लीपर और जनरल कोच भी होंगे.
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दोनों अमृत भारत एक्सप्रेस का संचालन 18 जुलाई से शुरू हो जाएगा. नियमित रूप से संचालन के आदेश रेलवे बोर्ड जल्द जारी करेगा. रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर कोचिंग संजय आर नीलम ने दोनों अमृत भारत एक्सप्रेस की समय सारिणी की नोटिफिकशन जारी कर दी है. इसके तहत मालदा टाउन से अमृत भारत एक्सप्रेस सप्ताह में एक दिन प्रत्येक गुरुवार को शाम 7:25 बजे रवाना होगी.
यह ट्रेन अगले दिन शुक्रवार को दोपहर 3:40 बजे गोमती नगर स्टेशन पहुंचेगी. वापसी में अमृत भारत एक्सप्रेस गोमती नगर से प्रत्येक शुक्रवार शाम 6:40 बजे छूटकर अगले दिन मालदा टाउन शाम 4:40 बजे पहुंचेगी. इस ट्रेन में स्लीपर और जनरल के 22 कोच होंगे. ट्रेन का ठहराव न्यू फरक्का, बरहरवा, साहिबगंज, कहलगांव, भागलपुर, सुलतानगंज, जमालपुर, अभयपुर, कुईल, शेखपुर, नवादा, तिलैया, गया, देहरी आसन सोन, सासाराम, भबुआ रोड, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, वाराणसी, जौनपुर, शाहगंज, अयोध्या धाम, अयोध्या कैंट स्टेशनों पर होगा.
आसान होगी दरभंगा की राह: दरभंगा-गोमती नगर अमृत भारत एक्सप्रेस प्रत्येक शनिवार को दोपहर तीन बजे दरभंगा से रवाना होकर रविवार सुबह 5:35 बजे गोमती नगर पहुंचेगी. वापसी में ट्रेन नंबर 15562 अमृत भारत एक्सप्रेस गोमती नगर से प्रत्येक रविवार सुबह 8:15 बजे चलकर रात 12:35 बजे दरभंगा पहुंचेगी. इस ट्रेन का ठहराव अयोध्या कैंट, अयोध्या धाम, मनकापुर, बस्ती, गोरखपुर, कप्तानगंज, बगहा, हरीनगर, नरकटियागंज, सिकटा, रक्सौल, घोरासन, बैरंगिया, जनकपुर रोड और कमतौल स्टेशनों पर होगा.
नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन के लिए सर्वे को मंजूरी: पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे ने दुधवा राष्ट्रीय उद्यान के बाहर से नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन के लिए सर्वे को मंजूरी दी है. 3.58 करोड़ रुपए से यह सर्वेक्षण किया जाएगा. फाइनल लोकेशन सर्वे के साथ ही विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भी बनेगा. रेल मंत्रालय ने हिमालय की तराई में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए ये फैसला लिया है.
इसके तहत भीरा खीरी-रायबोझा (120 किमी) के बीच नई लाइन निर्माण और मैलानी-भीरा खीरी (16 किमी) व नानपारा-रायबोझा (13 किमी) के आमान परिवर्तन के लिए सर्वेक्षण को मंजूरी मिली है. इस रेलवे लाइन के ब्रॉड गेज होने से दिल्ली सहित देश के पश्चिमी और उत्तरी भाग में जाने के साथ ही पूर्वी भारत से पीलीभीत व उत्तराखंड जाने के लिए भी वैकल्पिक रूट भी तैयार हो जाएगा.