लखनऊ: 01 मई, 2024 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 की स्थापना के 49 वर्ष पूर्ण होने पर एवं 50वीं वर्षगाँठ के आरम्भ होने के उपलक्ष्य में परिषद इसे स्वर्ण जयन्ती वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
दिनाँक 11 मई, 2024 को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उ0प्र0 में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया गया। इस दिवस को वर्ष 1999 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा घोषित किया गया। यह दिन 1998 में किये गये भारत के सफल परमाणु परीक्षण की याद में मनाया जाता है, जिसका नेतृत्व भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और मिसाइल मैन डॉ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने किया था। प्रत्येक वर्ष देश एक अलग थीम का पालन करके इस दिन को मनाता है। इस वर्ष 2024 का थीम “From Schools to Startups: Igniting Young Minds to Innovate” है, जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को टेक्नालॉजी में रूचि लेने के लिये प्रेरित करना है।
उक्त कार्यक्रम में 04 वाह्य विशेषज्ञों को परिषद में व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया गया जिन्होंने इस वर्ष की थीम के आधार पर प्रो0 राजेश कुमार वर्मा, एच.बी.टी.यू., कानपुर के द्वारा बेह्तर भविष्य के प्रौद्योगिकी: अवसरों और चुनौतियों की खोज, प्रो0 अभिषेक सक्सेना, श्रीरामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के द्वारा परम्परागत और आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर पर्यावरण प्रबन्धन, डा0 अभिनेष कौशिक, आई.आई.आई.टी., लखनऊ के द्वारा मोबाइल संचार और कृत्रिम बुद्धिमता का मूल्यांकन, डा0 अनुज कुमार शर्मा, सी.ए.एस., एकेटीयू. लखनऊ द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में प्रगति विषय पर अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में विद्यार्थियां द्वारा साइंस मॉडल/प्रदर्श भी लगाये गये।
कार्यक्रम में मूल्यांकन समिति द्वारा मॉडल्स की नवीनता एवं उपयोगिता के आधार पर मॉडल्स का मूल्यांकन किया गया, साथ ही विद्यार्थियों को मॉडल्स में संभावित सुधारों तथा नई दिशाओं में विज्ञान एवं तकनीक का प्रयोग करने हेतु मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। मॉडल्स के प्रदर्शन एवं मूल्यांकन के बाद सात्विक दुबे एवं टीम को प्रथम पुरस्कार रू.5,000/, श्री अजीत वर्मा को द्वितीय पुरस्कार रू.3,000/, एवं मो. अनस को तृतीय पुरस्कार रू.2,000/, की धनराशि सम्मान पत्र के साथ प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त 03 मॉडल्स को सांतवना धनराशि के रूप में रू.15,00/- प्रदान की गयी एवं सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किये गये।
कार्यक्रम में परिषद की संयुक्त निदेशक डॉ0 हुमा मुस्तफा द्वारा सभी का स्वागत किया गया। डॉ0 डी.के.श्रीवास्तव, निदेशक द्वारा कार्यक्रम का परिचय दिया गया तथा उनके द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया। मंच का संचालन श्री संदीप कुमार यादव, प्राविधिक सहायक द्वारा किया गया। डॉ0 राजेश कुमार गंगवार, संयुक्त निदेशक एवं डॉ0 पूजा यादव, संयुक्त निदेशक द्वारा कार्यक्रम में सहयोग प्रदान किया गया। श्री राधेलाल, संयुक्त निदेशक द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम समाप्त किया गया। कार्यक्रम में प्रोफसर्स/शोधकर्ता/विद्यार्थीगण एवं परिषद के सभी अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।