लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सोमवार देर रात 218 PCS अधिकारियों के तबादले (Transfer) कर दिए गए। ये सभी अधिकारी SDM स्तर के हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर एक ही जिले में कई वर्षों से तैनात अधिकारियों को भी दूसरे जिलों में भेजा गया है। नियुक्ति विभाग ने तबादला नीति (Transfer Policy) के तहत एक जिले में तीन वर्ष और मंडल में सात वर्ष से तैनात अधिकारियों का तबादला कर दिया है।
बताया गया है कि इसी तरह लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मई-2024 में जिले में तीन वर्ष पूरा करने वाले एसडीएम को भी स्थानांतरित (Transfer ) किया गया है। तहसीलदार से प्रोन्नत होकर एसडीएम बने 67 अफसरों को भी स्थानांतरित किया गया है। सूत्रों ने बताया कि इन तबादलों से पहले डिप्टी कलेक्टरों के बारे में जिलों के डीएम से भी फीडबैक लिया गया। पिछले विधानसभा चुनाव व नगर निकाय चुनाव में डिप्टी कलेक्टरों की भूमिका पर भी फीडबैक लिया गया है। जनप्रतिनिधियों की शिकायतों व सिफारिशों का असर भी तबादलों में साफ नजर आ रहा है।
नियुक्ति विभाग में तबादलों को लेकर चिराग तले अंधेरा वाले हालात हैं। विभाग ने प्रदेश भर के तहसील प्रशासन को फेंट कर रख दिया है। थोक में 200 से ज्यादा तबादले किए गए हैं। लेकिन, दूसरे विभागों को पारदर्शी तबादले करने की सीख देने वाले महकमे ने इन तबादलों की सूची न तो विभागीय वेबसाइट पर जारी की और न ही शासनादेश पोर्टल पर अपलोड किए।
विभाग के अफसरों ने उच्च स्तर से तबादले के बारे में जानकारी साझा न करने की हिदायत का हवाला देते हुए चुप्पी साध ली। पूरे दिन प्रदेश भर में डिप्टी कलेक्टर के तबादलों की जानकारी के लिए लोग बेचैन रहे। हालांकि, इस बार दूसरे कई विभागों ने पारदर्शिता के लिए तबादलों की सूची जारी की है।
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