बरेली : जिला सहकारी बैंक में सरकारी योजनाओं के करोड़ों रुपये के गबन करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि बैंक शाखा में तैनात बैंककर्मियों ने फर्जी बैंक खाते खोलकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, विधवा पेंशन और वृद्धा पेंशन जैसी सरकारी योजनाओं का 1 करोड़ 31 लाख रुपये का घोटाला कर दिया.
सभी बैंकों के जांच करने के आदेश : मामला उजागर होने के बाद दो शाखा प्रबंधक सहित चार बैंक कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. जांच के बाद फरीदपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने के लिये तहरीर भी दी गई है. इतना ही नहीं महाप्रबंधक ने जिले में सभी बैंकों के जांच करने के आदेश दिए हैं.
किसान ने मई महीने में की शिकायत : जानकारी के मुताबिक, शाहजहांपुर जिले के रहने वाले एक किसान ने मई महीने में जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के अधिकारी को लिखित शिकायत दी थी. जिसमें बताया कि उसकी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि उसके बैंक खाते में ना आकर जिला सहकारी बैंक लिमिटेड की फरीदपुर शाखा में खुले बैंक खाते में चली गयी है.
उप महाप्रबंधक ने किया औचक निरीक्षण : किसान की शिकायत सामने आने के बाद जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के उप महाप्रबंधक ने 16 मई 2025 को फरीदपुर की बैंक शाखा का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने मामले की जांच की तो 21 बैंक खाते संदिग्ध पाए गए जिनमें लेनदेन हुआ था.
शिकायत के बाद दिये गये जांच के आदेश : जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के महाप्रबंधक देवेंद्र सिंह ने बताया कि किसान की शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विस्तृत जांच के आदेश दिए गए. जांच में पता चला कि जिला सहकारी बैंक लिमिटेड की सांयकालीन शाखा फरीदपुर में तैनात दो शाखा प्रबंधक सहित चार बैंक कर्मियों ने मिलीभगत कर फर्जी बैंक खाते खोले. जिसके बाद दूसरी बैंकों के खाता धारकों के आधार नंबर उन बैंक खातों से लिंक किये.
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि बैंककर्मियों ने एक फर्जी बैंक खाते में तीन से चार आधार नंबर लिंक कर रखे थे. जैसे ही लिंक आधार की कोई सरकारी योजना की धनराशि आती थी तो वह सीधे उनके फर्जी बैंक खाते में पहुंच जाती थी और उसके बाद बैंक में तैनात बैंककर्मियों के द्वारा उसको निकाल लिया जाता था.
400 फर्जी खाते खोलकर लगाया चूना : उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में पता चला है कि बैंक कर्मियों ने फरवरी 2024 से लेकर जांच शुरू होने तक लगभग 400 फर्जी खाते खोले. जिसके बाद सरकारी योजनाओं की आने वाली किस्तों के 1 करोड़ 31 लाख रुपये निकाल कर गबन कर लिया.
योजनाओं के लाभार्थियों का पैसा किया हजम : उन्होंने बताया कि उनकी ओर से कराई गई जांच में स्पष्ट हुआ है कि आरोपियों ने पहले फर्जी बैंक खाते खोले और फिर उन फर्जी बैंक खातों में लाभार्थियों के आधार नंबर लिंक किए. आरोपियों ने एक फर्जी बैंक खाते में तीन से चार आधार नंबर लिंक कर लिए थे. इसके बाद जैसे ही लाभार्थी की सरकारी योजना की किस्त आई तो उसके खाते में न जाकर आरोपियों की ओर से खोले गए फर्जी बैंक खाते में पहुंच जाती थी और फिर वहां से बैंक में ही तैनात बैंक कर्मियों के द्वारा उस रकम को निकाल कर हजम कर लिया जाता था.
दो शाखा प्रबंधक सहित चार बैंककर्मी सस्पेंड : जिला सहकारी बैंक लिमिटेड के महाप्रबंधक देवेंद्र कुमार ने बताया कि मई महीने में जब मामला संज्ञान में आया था उसके बाद एक जांच कराई गई. जांच के दौरान फर्जीवाड़े और गड़बड़ी पाए जाने पर फरीदपुर बैंक शाखा के शाखा प्रबंधक गौरव वर्मा और बैंक लिपिक चंद्र प्रकाश को निलंबित कर दिया गया था.
उन्होंने बताया कि इसके बाद पूरे मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए और फिर एक महीने बाद 23 मई 2025 को फरीदपुर शाखा के शाखा प्रबंधक मुकेश कुमार गंगवार और लिपिक दीपक पांडे को निलंबित कर दिया गया था. तब से पूरे मामले की जांच चल रही थी. जांच पूरी होने के बाद चारों बैंककर्मियों के खिलाफ बरेली के फरीदपुर थाने में मुकदमा दर्ज करने के एसएसपी ने आदेश भी दे दिए हैं.
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि बैंक के कुछ लोग आए थे, जो बैंककर्मियों के खिलाफ तहरीर देकर गए हैं. उन पर मुकदमे के आदेश कर दिए गए हैं. जल्द ही मुकदमा दर्ज हो जाएगा और उसके बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी.