Uttar Pradesh: कांग्रेस की निगाहें अब उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर है। प्रियंका गांधी सहारनपुर के बाद 13 फरवरी को मेरठ, 16 फरवरी को बिजनौर और 19 फ़रवरी को मथुरा में आयोजित महापंचायत में शिरकत कर सकती हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव अगले साल 2022 में होने हैं। सभी पार्टियां इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी हैं। इसी क्रम में प्रदेश में हाशिए पर खड़ी कांग्रेस प्रियंका गांधी को चेहरा बनाकर संजीवनी तलाशने में जुटी है। कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को आगे कर समाजवादी पार्टी और बसपा को मात देने की प्लानिंग की है। कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव में खुद को बीजेपी के मुकाबले टक्कर में दिखा सके, इसी कारण उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी के कई दौरे प्रस्तावित किए गए हैं।
प्रियंका गांधी पिछले दिनों रामपुर में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में मारे गए किसान नवरीत सिंह के आखिरी अरदास में पहुंची थीं। बुधवार को वह सहारनपुर के दौरे पर हैं, जहां वह किसान महापंचायत को सम्बोधित करेंगी। वह जिस जगह पर किसान महापंचायत को संबोधित करेंगी, वहां उनकी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी व पिता राजीव गांधी भी रैली को सम्बोधित कर चुके हैं। दरअसल, कांग्रेस पार्टी प्रियंका गांधी के सहारे 10 फरवरी से पश्चिम यूपी में ‘जय जवान जय किसान’ अभियान की शुरुआत कर रही हैं।
किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएँ बाँटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूँगी।
भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे। #JaiJawan_JaiKisan
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 10, 2021
विधानसभा चुनाव पर निगाहें
कांग्रेस की निगाहें उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर है। प्रियंका गांधी सहारनपुर के बाद 13 फरवरी को मेरठ, 16 फरवरी को बिजनौर और 19 फ़रवरी को मथुरा में आयोजित महापंचायत में भी शिरकत कर सकती हैं। मेरठ में उनके साथ राहुल गांधी भी मौजूद रह सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार प्रियंका प्रयागराज में चल रहे माघ मेले में गंगा स्नान के लिए भी जा सकती हैं। इसके लिए कांग्रेस के नेता तैयारियों में जुटे हैं।
पश्चिम यूपी में किसानों के मुद्दों को धार देगी पार्टी
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का असर पश्चिम यूपी देखने को मिल रहा है। इस कारण कांग्रेस किसानों के सहारे पार्टी को संजीवनी देने की रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी की कोशिश है कि किसानों के आंदोलन को धार देकर 2022 में सपा और बसपा को पछाड़ते हुए बीजेपी के मुकाबले खड़ा हुआ जा सके। सहारनपुर दौरे से ठीक पहले प्रियंका गांधी का ट्वीट भी इस ओर साफ इशारा कर रहा है। प्रियंका ने ट्वीट कर लिखा, ‘किसानों के दिल की बात सुनने, समझने, उनसे अपनी भावनाएं बांटने, उनके संघर्ष का साथ देने आज सहारनपुर में रहूंगी। भाजपा सरकार को काले कृषि कानून वापस लेने होंगे।’