कानपुर: महाराजपुर थाना क्षेत्र के महोली गांव में 12 जुलाई को हुई महिला की हत्या (Murder) का खुलासा रविवार को पुलिस ने कर दिया है। करोड़ों की जमीन की लालच में महिला की हत्या हुई थी। पुलिस ने उसके दो भतीजों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। सहायक पुलिस उपायुक्त मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि महिला की हत्या के आरोप में महाराजपुर के महोली गांव निवासी आशू उर्फ राघवेंद्र सिंह एवं उसके भाई बब्लू और बब्लू के साले प्रतापगढ़ जिले के जेठवारा थाना क्षेत्र में स्थित नारायणपुर गांव निवासी जितेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ सौरभ सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि मृतका कुसुम के पति रामचंद्र मंदबुद्धि के हैं। इस वजह से कुसुम अपने पति को छोड़कर अपने मायके में जाकर रहने लगी थीं। उसके कोई संतान नहीं थी। लगभग बीस वर्ष बाद रामचंद्र की पत्नी कुसुम पिछले साल दीपावली में आयीं और घर में रहने लगीं। जमीन का बंटवारा करने को कहने लगीं। इसके बाद आशू और बब्लू को यह बात नागवार गुजरी कि जो करोड़ों की संपत्ति उन्हें मिलने वाली थी, अब उसे चाची बटवा रही हैं। इसी बात को लेकर आशू और बब्लू कुसुम को किसी तरह रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाने लगे।
इस दौरान बब्लू ने साले सौरभ को नोएडा से फोन करके बुलाया। सौरभ नोएडा से एक कार बुक कराकर यहां आया और तीनों कार से नौ जुलाई को इलाहाबाद गए। वहां से वापस दस जुलाई को लौटे। योजना के मुताबिक तीनों ने कार चालक को महोली गांव में छोड़कर एक ढाबे में सोने चले गये। उधर रात में कुसुम की घर के अन्दर हत्या कर दी और शव को एक बोरे में भर दिया। सुबह शव ठिकाने लगाने के लिए कार चालक को बुलाया। बोरा लादते समय कार चालक को शंका हुई तो वह कार लेकर भाग निकला और भागते समय पुलिस को सूचना दे दी थी।
वहीं हत्यारे शव को एक मोटरसाइकिल से ले जाकर फतेहपुर की एक नहर में फेंक दिए। सूचना पर सक्रिय हुई पुलिस रहस्यमय हत्याकांड की जांच कर रही थी। जांच के दौरान सर्विलांस की टीम हत्यारों तक पहुंच गई और तीनों को हिरासत में लेकर शनिवार को फतेहपुर जिले से कुसुम का शव बरामद करने में कामयाब हो गई। पुलिस तीनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई कर रही है।