अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने पर्यटन विभाग को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत पर्यटन क्षेत्र में किये गए एमओयू की जल्द से जल्द ग्राउडिंग हेतु मिशन मोड पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को डेडिकेटेड फॉलोअप के साथ ही निवेशकों की सभी समस्याओं के जल्द निराकरण पर विशेष रूप से कार्य करने की नसीहत दी है।
बुधवार को सचिवालय में एसीएस श्रीमती राधा रतूड़ी ने उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के तहत विभिन्न कम्पनियों द्वारा पर्यटन विभाग से किये गए लगभग 47000 करोड़ रूपये के एमओयू की ग्राउंडिग की समीक्षा की।
एसीएस श्रीमती रतूड़ी ने विभाग को निर्देश दिए हैं कि एमओयू की ग्राउडिंग के लिए प्रत्येक प्रोजेक्ट के लिए डेडिकेटेड नोडल अधिकारियों को निवेशकों से लगातार फीडबैक लेकर उनकी धरातल स्तर से शासन के उच्च स्तर तक सहायता हेतु सदैव उपलब्ध रहना होगा। श्रीमती राधा रतूड़ी ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र राज्य की आर्थिकी की रीढ़ है, इसके विकास से ही राज्य में स्वरोजगार, रोजगार और पलायन पर अंकुश के मार्ग खुलेंगे। इस क्षेत्र में किया गया प्रत्येक एमओयू अत्यन्त महत्वपूर्ण है तथा सभी एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि पर्यटन क्षेत्र से सम्बन्धित विभिन्न 64 एमओयू जल्द ही धरातल पर कार्य शुरू कर देंगे। 52 एमओयू की ग्राउडिंग पर गम्भीर कार्य चल रहा है एवं 319 एमओयू पर कार्यवाही गतिमान है, जिनके उत्साहजनक परिणाम जल्द मिलेंगे।
बैठक में सचिव विनय शंकर पाण्डेय, सचिन कुर्वे, एमडी सिडकुल रोहित मीणा एवं अपर सचिव पूजा गर्ब्याल सहित पर्यटन एवं उद्योग विभाग के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।