अनियंत्रित स्पीड व सिस्टम की लापरवाही से उपजे कई सवाल, सीसीटीवी खराब, स्पीड ब्रेकर की कमी
सीएम ने कहा, शराब की दुकानें/बार आदि निर्धारित समय तक ही खुलें
देहरादून: दर्दनाक दुर्घटनाओं के जारी सिलसिले के बीच शासन-प्रशासन में हलचल होती दिख रही है। दुर्घटनाओं के बाद जन सामान्य की तीव्र प्रतिक्रिया के बाद पुलिस ने रात में चौकसी बढ़ा दी है। हालांकि, अनियंत्रित स्पीड व बेतहाशा दौड़ रहे डंपर व टैंकर सड़कों पर अभी भी दहशत फैलाये हुए है।
अल्मोड़ा दुर्घटना में तीन दर्जन व दून में छह युवा छात्र छात्राओं की दिल को हिला देने वाली मौत के बाद शासन-प्रशासन में एक बार फिर बैठकों का दौर शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री ने सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए सड़क दुर्घटना सुरक्षा नियमावली बनाने के लिए विशेषज्ञों/अनुभवी लोगों की समिति गठित करने के भी बैठक में निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ना चिंता का विषय है। इस पर प्रभावी रोकथाम के लिए सुरक्षात्मक उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये हैं कि शराब की दुकानें/बार आदि निर्धारित समय तक ही खुलें, इसकी सतत निगरानी की जाए। रात्रि कालीन गश्त के दौरान एल्कोमीटर के साथ जांच और ओवर स्पीड के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जन सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए निर्देश दिये कि देहरादून से गौचर और चिन्यालीसौड़ के लिए फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट चलाये जाएं। इसके शीघ्र संचालन के लिए निविदा और अन्य सभी औपचारिकताएं जल्द पूरी की जाए।
गौरतलब है कि दून की सड़कों पर ट्रैफिक के नियमों की लगातार धज्जियां उड़ रही है। प्रमुख मार्गों में उल्टी दिशा में वाहन चल रहे हैं। व्यस्तम सड़कों पर पर्याप्त स्पीड ब्रेकर नहीं है। बीते दिनों का हादसा भी व्यस्तम मार्ग पर हुआ।
मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों की खराबी को लेकर भी भारी प्रतिक्रिया देखी जा रही है। बीते दिनों हुई दुर्घटना ने यह भी साफ कर दिया कि अभागा वाहन कई पुलिस बैरियर पार कर गया। लेकिन उसे रोका नहीं गया।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के.सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, अपर पुलिस महानिर्देशक ए.पी. अशुंमन और उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी उपस्थित थे।