पब्लिक मनी की लूट कतई स्वीकार नहीः डीएम
प्रभावी राजस्व नियंत्रण से बनती है एसडीएम व तहसीलदार की पहचान
देहरादून: जिलाधिकारी सविन बसंल ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में राजस्व वसूली की बैठक लेते हुए उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदारों को राजस्व वसूली को गंभीरता से लेते हुए 15 जनवरी तक तहसील स्तर पर सभी बड़े बकायेदारों से वसूली करने के निर्देश दिए। राजस्व वसूली की अपेक्षित प्रगति के लिए लिए शमन तामिली करते हुए, इश्तेहार, छपवाएं तथा ग्राउड स्तर पर कार्य करें। जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पब्लिक के धन की ठगी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही की जाएगी तहसील स्तर पर अभियान चलाकर सभी बड़े बकायेदारों से वसूली की जाए। उन्होंन कहा कि प्रभावी राजस्व नियंत्रण से एसडीएम एवं तहसीलदार के कार्यों की पहचान बनती है तथा जनमानस में सुशासन का विश्वास जगता है। उन्होंने निर्देश दिए कि तहसील स्तर पर राजस्व वसूली की नियमित समीक्षा करते हुए प्लान तैयार किया जाए। साथ ही आबकारी विभाग से सम्बन्धित राजस्व वसूली प्रकरणों पर आबकारी विभाग से समन्वय करते हुए है दिए गए हैसियत प्रमाण एवं अभिलेख से मिलान करते हुए सम्पत्ति कूर्क करते हुए राजस्व वसूली के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया वर्तमान में जिन प्रकरणों पर मा0 न्यायालय से स्थगन है ऐसे प्रकरणों को लम्बित प्रकरणों की सूची हटाएं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि राजस्व वसूली को हल्के में न लें अधिकारी राजस्व वसूली के सम्बन्ध में तहसीलदार स्तर पर प्रत्येक सप्ताह राजस्व वसूली प्रकरणों की समीक्षा करते हुए योजनाबद्ध ढंग से वसूली बढाएं तथा उपजिलाधिकारियों को इसकी मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, अपर नगर आयुक्त बीर सिंह बुदियाल, उप जिलाधिकारी मसूरी अनामिका, कालसी गौरी, सदर हरिगिरि, मुख्यालय शालिनी नेगी, ऋषिकेश स्मृता परमार, विकासनगर विनोद कुमार, डोईवाला अपर्णा ढौंडियाल, चकराता योगेश मेहर सहित समस्त तहसीलदार उपस्थित रहे।
कार्यालय जिला सूचना अधिकारी देहरादून