रूद्रप्रयाग: महाजनसंपर्क अभियान के अंतर्गत गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने भाजपा जिला कार्यालय रूद्रप्रयाग में मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत कर वरिष्ठों को सम्मानित करते हुये कहा कि मोदी सरकार के बीते 9 साल भारत के नवनिर्माण एवं गरीब कल्याण के 9 वर्ष रहे हैं। आज पूरी दुनिया कह रही है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। महाजनसंपर्क अभियान के तहत तीन दिवसीय भ्रमण पर जनपद रूद्रप्रयाग में पहुंचे गढवाल सांसद तीरथसिंह रावत ने मयाली मे लाभार्थी सम्मेलन मे शिरकत करते हुये लाभार्थियों को सम्मानित किया व केंद्र सरकार की जनप्रयोगी योजनाओं के संदर्भ मे विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान उन्होनें खेंडाखाल, कांडई,खांकरा, सुमाडी, तुनेटा, बरसिर,चैंरा ,पौंठी,खलियाण,लिस्वाल्टा, कोट धारकुडी,गेंठाणा, पुजारगांव,सिरवाडी,पूलन,चोपडा, कुरछोला, में जनसंपर्क करते हुये बंधाणीताल मे जनसभा को संबोधित किया एवं केंद्र सरकार की जनप्रयोगी योजनाओं के संबंध मे जानकारी दी तथा रणधार में पूर्व सैनिकों के साथ संवाद कार्यक्रम किया उसके बाद पुजारगांव मे भगवान वासुदेव मंदिर के दर्शन करते हुये पुजारियों से जनसंपर्क कर कंडाली मेें स्थित मां इंद्रासणी देवी मंदिर मे सांयकालीन आरती एवं दर्शन करते हुये पुजारियों से भेंटवार्ता की तथा तिलवाडा मे जनसंपर्क किया।
तीरथ सिंह रावत ने अपने 3 दिवसीय महाजनसंपर्क अभियान के तहत भ्रमण के दौरान वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन एवं विभिन्न कार्यक्रमों मे शिरकत करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार के 9 प्रमुख आधार रहे हैं जिसमे सेवा,सुशासन,गरीब कल्याण,नवाचार,दृढ इच्छाशक्ति,भ्रष्टाचार और आंतकवाद पर जीरो टोलरेंस ,नीतिगत पहल,साहसिक निर्णय तथा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, व सबका प्रयास रहा है, आज माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व मे देश विकास की नई ऊचांईयों को छूं रहा है, यदि उत्तराखंड की ही बात करें तो विकास का डबल इंजन राज्य मे पहाड से लेकर मैदान तक तेज गति से दौड रहा है। प्रधानमंत्री जी का उत्तराखंड से अपार स्नेह रहा है यही कारण है कि भौगोलिक व जनसंख्या की दृष्टि से हमारे छोटे से प्रदेश मे 1.5 लाख करोड की केंद्रीय विकास परियोजनायें चल रही हैं। शानदार होती कनेक्टिविटी के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य व संचार समेत सभी क्षेत्रों मे हो रहे ढांचागत विकास और अनेकों जनकल्याणकारी योजनाओं से संवरता उत्तराखंड आज बदलते भारत की कहानी कह रहा है। वर्ष 2016 से शुरू 12 हजार करोड से चारधामों के 889 किलोमीटर के सफर को सुगम बनाने वाली आल वेदर परियोजना लगभग पूर्ण हो गयी है जिसका अनुभव सभी को हो रहा होगा।
इसी तरह सामरिक, पर्यटन एवं यात्रा की दृष्टि से अतिमहत्वपूर्ण लगभग 16216 करोड़ की लागत से बनने वाली 126 किलोमीटर ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना भी अपने अंतिम चरण में है। वो दिन दूर नही जब डबल इंजन वाली रेल पहाड़ पर दौड़गी। टनकपुर से बागेश्वर एवं डोईवाला से यमुनोत्री रेल लाइन को लेकर भी शीघ्र ही हम आगे बढ़ रहे हैं। बद्री केदार धाम पुनर्निर्माण पर उन्होनें कहा कि मोदी जी देश भर में ऐतिहासिक, पौराणिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक स्थलों को संवारने एवं वृहद स्वरूप देने के मिशन में जुटे हैं। हमारा सौभाग्य है कि देवभूमि होने के नाते इस योजना का सर्वाधिक लाभ हमें मिल रहा है। जिसके क्रम में श्री केदारनाथ धाम में 750 करोड़ रुपए से पुनर्निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और श्री बदरीनाथ धाम महानिर्माण योजना के तहत 550 करोड़ से पुनर्विकास कार्य गतिमान हैं।
इसी तरह पैदल तीर्थयात्रा को सुगम बनाने के लिय 2430 करोड़ की लागत से गौरीकुण्ड दृ केदारनाथ- गोविंदघाट हेमकुण्ड साहिब रोपवे का शिलान्यास हुआ है। मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना इसी तरह एक और महत्वपूर्ण तीर्थाटन परियोजना के तहत कुमाऊं क्षेत्र के पौराणिक मंदिरों को भव्य बनाने हेतु मानसखण्ड मंदिर माला मिशन योजना का क्रियान्वयन आरम्भ हो गया है। 12000 करोड़ की लागत वाली दिल्ली-देहरादून ऐलिवेटेड रोड के लोकार्पण से यह दूरी मात्र 2.5 घंटे में सिमटने वाली है। इसी तरह मझौला से खटीमा एवं सितारगंज से टनकपुर मोटर मार्ग का 4 लेन में परिवर्तन समेत अनेक बड़ी सड़क परियोजनाओं को लेकर काम चल रहा है। वंदे भारत ट्रेन पर उन्होने कहा कि दिल्ली से काठगोदाम व टनकपुर के लिए भी शीघ्र ही यह सुविधा मिल जाएगी। साथ ही इससे पूर्व देहरादून-काठगोदाम, दिल्ली-कोटद्वार के बीच जनशताब्दी सेवा की शुरुआत हुई। देश से प्रदेश एवं प्रदेश के अंदर हवाई कनेक्टिविटी पर भी शानदार कार्य हुआ है जिसके लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट के विस्तारीकरण व सुविधाओं के विस्तार की बात हो, चाहे पिथौरागढ़ पंतनगर समेत प्रदेश के सुदूर जनपदों को हेलीकॉप्टर सेवा से जोड़ने की बात हो। 1930 करोड़ की लागत से टिहरी झील को विश्व स्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त कुमाऊं में एम्स की सेटेलाइट सेंटर समेत मेडिकल एवं नर्सिंग कॉलेज बनने जा रहे हैं। जो प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़ा परिवर्तन लाने वाला है। इसी तरह केंद्र के सहयोग से अनेक उच्च स्तरीय संस्थाएं जैसे देश का पहला ड्रोन एप्लीकेशन सेंटर, सीपेट, कोस्ट गार्ड भर्ती सेंटर, सेंटर फॉर एक्सिलेन्स ऑन नेचुरल फाइबर प्रमुख रूप में राज्य को मिली हैं। जब दुनिया में अनाज को लेकर गहरा संकट छाया हुआ था तब भी कोरोना काल से लेकर वर्तमान तक प्रदेश के 60 लाख से अधिक लोगों के लिए अनाज की चिंता प्रधानमंत्री गरीब योजना से की जा रही है।
यह भी पढ़े: युवक की गोली मारकर की हत्या